भोपाल । मध्यप्रदेश के कई जिलों में बादल छाए रहने और बारिश होने के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट हो रही है। बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से छह डिग्री से. कम रहा। साथ ही यह 10 वर्ष में मई माह का दिन का सबसे कम तापमान रहा। अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान टाक्टे के असर से भोपाल सहित मध्य प्रदेश के अनेक जिलों में रूक-रूक कर बौछारें पड रही हैं। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक टाक्टे के प्रभाव से लगातार नमी आने के कारण तीन दिन से बादल मौजूद हैं। साथ ही रूक-रूक कर बरसात हो रही है। इससे वातावरण में ठंडक घुल गई है और अधिकतम तापमान में गिरावट हो रही है। वर्ष 2012 से लेकर अभी तक बुधवार को दर्ज किया गया अधिकतम तापमान 35.2 मई माह का दिन का सबसे कम तापमान है। इसके पूर्व सोमवार को अधिकतम तापमान 35.5 डिग्रीसे. दर्ज किया गया था। इसके पहले 14 मई 2015 को अधिकतम तापमान 35.6 डिग्रीसे रिकार्ड किया गया था। गुरुवार से अधिकतम तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि टाक्टे के असर से राजधानी सहित मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल छाए हुए हैं और बरसात भी हो रही है। वर्तमान में तूफान अवबाद के रूप में राजस्थान से पश्चिमी उत्तरप्रदेश की तरफ बढ रहा है। इसके असर से गुरुवार को भी उत्तर प्रदेश से लगे मध्य प्रदेश के ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर संभाग के जिलों में बरसात होने की संभावना है। वातावरण में बड़े पैमाने में नमी मौजूद रहने से भोपाल सहित अन्य जिलों में भी दोपहर बाद तापमान बढ़ने से गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।