भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में हम कोरोना से जंग जीतने के निर्णायक दौर में पहुंच गये हैं। प्रदेश में पॉजीटिविटी दर लगातार कम होती जा रही है। रिकवरी रेट बढ़ रही है। ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, रेमडेसिविर इंजेक्शन की पर्याप्त व्यवस्था है। ब्लैक फंगस रोग का इलाज भी नि:शुल्क किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस से लड़ाई को जन-आन्दोलन का रूप दिया जायेगा। हम सबको एक होकर इससे लड़ना है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान बुधवार को उज्जैन जिले से वेबकास्टिंग के माध्यम से उज्जैन संभाग के सभी जिलों एवं तहसील स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरजिले में एक-एक पोस्ट कोविड केयर सेन्टर बनाया जायेगा। वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण के बाद ब्लैक फंगस और खून के थक्के जमने के कई प्रकरण सामने आये हैं। हमें अब इस नये संकट से भी लड़ाई लड़नी है। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के कलेक्टर्स एवं क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से कहा कि वे कोरोना संक्रमण में अपने माता-पिता खो चुके अनाथ बच्चों की सूची बनायें और उन्हें भिजवायें, ताकि ऐसे बच्चों को हर महीने पांच हजार रुपये की राशि दी जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन बच्चों के लिये नि:शुल्क राशन एवं नि:शुल्क शिक्षा की व्यवस्था शासन द्वारा की जायेगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उज्जैन जिले में शीघ्र ही मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि हाल ही में ग्रामीण पथ कर विक्रेताओं के खातों में राशि पहुँचाई गई है। शीघ्र ही निर्माण श्रमिकों एवं स्व-सहायता समूहों के खातों में भी राशि पहुंचाई जायेगी। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के कलेक्टर एवं क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से कहा कि आने वाला समय कोरोना से जंग करने में निर्णायक साबित होगा, इसलिये आगामी 10 से 12 दिन तक जनता कर्फ्यू का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाये। 31 मई तक जनता कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी जाये।
वेबकास्ट के दौरान उज्जैन के एनआईसी कक्ष में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय, विधायक बहादुरसिंह चौहान, विधायक पारस जैन, आईजी योगेश देशमुख, कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, जनप्रतिनिधि विवेक जोशी, बहादुरसिंह बोरमुंडला मौजूद थे।
कर्मचारियों की मृत्यु पर अनुकंपा नियुक्ति
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा राज्य सरकार अपने उन कर्मचारियों जो फील्ड में रहते हुए कोरोना के विरूद्ध लड़ाई लड़ रहे हैं, उनके साथ मजबूती से खड़ी हैं। चाहे वह संविदा कर्मचारी हो अथवा नियमित कर्मचारी, आशा या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हो, आऊटसोर्स कर्मचारी या कोटवार हो, यदि इनकी मृत्यु हो जाती है तो उनके परिजनों को प्राथमिकता से अनुकंपा नियुक्ति दी जायेगी।
अधिकारी अनाथ बच्चों के घर जाकर मुलाकात करें
मुख्यमंत्री ने मंदसौर जिले द्वारा किये गये नवाचार की प्रशंसा करते हुए सभी जिले के कलेक्टर को निर्देश दिये कि वे कोरोना से अनाथ हो चुके बच्चों के घर जाकर उनसे मुलाकात करें। उल्लेखनीय है कि मंदसौर जिले में अभिनव प्रयास के दौरान प्रशासनिक अधिकारी अनाथ बच्चों के घर जाकर उनके हालचाल पूछ रहे हैं।
कोरोनामुक्त पंचायत अभियान चलायें
मुख्यमंत्री ने सभी ग्रुप सदस्यों से कहा कि वे कोरोनामुक्त पंचायत बनाने के लिये अपने स्तर पर हर संभव प्रयास करें। कोरोनामुक्त पंचायत के बाद कोरोनामुक्त वार्ड एवं कोरोनामुक्त ब्लॉक व तहसील भी बनायें। आगामी 11 दिनों में कोरोना केसेस की संख्या शून्य करें। विशेष कार्य योजना बनायें और संक्रमण किसी भी स्थिति में रोके जायें।
कोरोना की तीसरी लहर को रोकने की विशेष तैयारी करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम चैन से न बैठें और यह मानकर न चलें कि कोरोना समाप्त हो रहा है। कोरोना एक घातक वायरस है जो कभी भी किसी पर भी वार कर सकता है। विशेषज्ञों ने संभावना व्यक्त की है कि कोरोना की तीसरी लहर अनिवार्य रूप से आनी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी कलेक्टर एवं ग्रुप सदस्य कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिये विशेष तैयारी करें। बच्चों के लिये विशेष वार्ड बनाये जायें, जहां कोरोना से निपटने के लिये आईसीयू बेड, ऑक्सीजन बेड, दवाईयां एवं अन्य संसाधनों की व्यवस्था की जाये।
किल कोरोना अभियान लगातार जारी रहे
मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में प्रारम्भ किये गये किल कोरोना अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इस अभियान के द्वारा घर-घर में सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों को चिन्हित किया जा रहा है और मेडिकल किट देकर संक्रमण को काफी हद तक रोका जा रहा हैं। किल कोरोना अभियान लगातार जारी रहे। पूरी आबादी को इसमें कवर किया जाये।
जनप्रतिनिधियों ने कोरोना संक्रमण की स्थिति से अवगत कराया
जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के हितग्राहियों को अनुबंधित अस्पतालों में इलाज के लिये पैसा न देना पड़े। हमारा प्रयास होना चाहिये कि आयुष्मान भारत योजना के हितग्राही अनुबंधित अस्पतालों में उपचार करायें। सांसद श्री अनिल फिरोजिया ने बताया कि गैस अथोरिटी ऑफ इण्डिया से चर्चा अनुसार शीघ्र ही जिले में ऑक्सीजन के प्लांट लगाये जायेंगे। विधायक श्री पारस जैन ने जीवाजीगंज अस्पताल को डिसमेंटल कर पुन: निर्मित किये जाने का आग्रह किया। महिदपुर विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान ने महिदपुर के शासकीय अस्पताल में 100 बेड की अतिरिक्त व्यवस्था किये जाने का आग्रह किया। तराना के विधायक श्री महेश परमार ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि तहसील मुख्यालय में 25 बेड की व्यवस्था की जाये। तराना में टीकाकरण के कार्य में और गति लाई जाये तथा पेयजल की समस्या को देखते हुए तराना में पीने के पानी की व्यवस्था करवाई जाये। घट्टिया के विधायक रामलाल मालवीय ने आग्रह किया कि घट्टिया, उन्हेल और नरवर में 10-10 आईसीयू बेड की व्यवस्था की जाये, ताकि वहां के मरीजों को उज्जैन न आना पड़े। विवेक जोशी ने सीटी स्केन मशीन उपलब्ध कराने एवं बहादुरसिंह बोरमुंडला ने टप्पा तहसील से कस्बों तक में 10-10 ऑक्सीजन बेड की सुविधा मिली, इसकी जानकारी दी।
कलेक्टर्स ने कोरोना पर दिया प्रजेंटेशन
उज्जैन जिले की समीक्षा के दौरान कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा जानकारी दी गई कि उज्जैन जिले में पॉजीटिविटी दर 10 प्रतिशत से नीचे आ गई है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिये अभी और सख्ती से कार्य किया जाये। सेम्पलिंग अधिक से अधिक की जाये।
कलेक्टर श्री सिंह ने पावर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी कि जिले में किल कोरोना अभियान सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। दो सर्वे हो चुके हैं, तीसरा सर्वे चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों में सर्वे टीम द्वारा हर एक घर में जाकर लोगों की जानकारी ली जाये। सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों का तत्काल उपचार किया जाये। उन्हें मेडिकल किट वितरित की जाये, ताकि संक्रमण की चेन को पूरी तरह से तोड़ा जा सके। गंभीर मरीजों को आइसोलेशन तथा अस्पताल रैफर किया जाये। सभी जिलों के कलेक्टर्स ने कोरोना को लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी पावर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से दी।
माइक्रो कंटेनमेंट एरिया बनाये जायें
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में जहां प्रकरण अधिक हों, वहां माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र बनाये जायें। कोरोना संक्रमण को ढूंढकर वहीं समाप्त करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिले अपनी टेस्टिंग की संख्या बढ़ायें। किसी भी स्थिति में टेस्टिंग कम न हो। होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों की भी चिन्ता की जाये। जिन लोगों के घर छोटे हैं उन्हें आइसोलेशन सेंटर में भर्ती किया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर, नर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ की कोई कमी नहीं रहने दी जायेगी। सीटी स्केन मशीन का ऑर्डर किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के जो मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं, उन मरीजों को भी सावधानी रखनी होगी। यदि उन्हें ब्लैक फंगस के लक्षण दिखाई देते हैं तो वे चिकित्सकों से सम्पर्क करें। इसके लिये दवाईयों की कोई कमी नहीं आयेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वेक्सीन का एक भी डोज भी बर्बाद नहीं किया जाए। उन्होंने कहा कि एक जिले के अच्छे प्रयोग को दूसरी जगह भी लागू किया जाये।