रायपुर। छत्तीसगढ़ भाजपा ने कथित टूलकिट मामले में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह और भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ मामला दर्ज कराने के विरोध में धरना दिया। भाजपा ने आरोप लगाया कि इस आपदाकाल को कांग्रेस ग़लत तरीक़े से अपने लिए राजनीतिक मौक़े में बदलना चाहती है। रमन और पात्रा के खिलाफ शिकायत पर दर्ज की गई है कि उन्होंने कांग्रेस का एक जाली लेटरहेड का इस्तेमाल करते हुए एक टूलकिट कथित तौर पर प्रसारित किया। प्राथमिकी के विरोध में भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने निवास पर धरना देकर कांग्रेस और सरकार के रवैए पर अपना ऐतराज़ दर्ज कराया।
भाजपा नेताओं ने बताया कि इस दौरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार दबाव और दमन के अपने चिर-परिचित राजनीतिक चरित्र का परिचय दे रही है लेकिन भाजपा कार्यकर्ता एकजुट होकर पूरी ताक़त के साथ सिंह के साथ संघर्ष की हर परीक्षा देने को तत्पर हैं। साय ने इस दौरान राज्य सरकार और कांग्रेस नेतृत्व को चुनौती दी कि यदि सरकार में साहस है तब वह भाजपा के लाखों कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ भी प्राथमिकी दर्ज कराके उनकी गिरफ़्तारी करे। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुराग्रह से ग्रस्त हैं। बघेल की सोच में बदले की राजनीति करना है। कांग्रेस के भय, दबाव और दमन के राजनीतिक चरित्र की भाजपा कार्यकर्ता कोई परवाह नहीं करते हैं। सिंह ने कहा, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लोगों ने टूलकिट मामले को लेकर शिकायत की है। हम भी उन्हें चुनौती देने को तैयार हैं। टूलकिट बनाकर कांग्रेस द्वारा रचे जा रहे षड्यंत्र का भाजपा विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि इस आपदा के संकट काल को कांग्रेस हमेशा ग़लत तरीक़े से अपने लिए राजनीतिक मौक़े के रूप में बदलना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास मुद्दे नहीं हैं, इसलिए इसे मुद्दा बनाकर देश की छवि ख़राब करके आने वाले समय में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश की जा रही है। छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी दल कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने कथित टूलकिट मामले को लेकर सिंह और पात्रा के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।