बीजापुर । छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों ने सोमवार को फोर्स के ज्वाइंट कैंप पर हमला कर दिया। नक्सलियों ने कैंप पर फायरिंग कर दी। इस पर जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की है। इस गोलीबारी की चपेट में आकर तीन लोगों की मौत हो गई। यहां ग्रामीण पिछले तीन दिन से कैंप के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। मुठभेड़ की पुष्टि बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने की है। उन्होंने बताया कि फायरिंग में मारे गए लोगों की शिनाख्त नहीं हो सकी है।
जानकारी के मुताबिक, बीजापुर और सुकमा के सीमावर्ती इलाके सिलेगर में सुरक्षाबलों का ज्वाइंट कैंप शुरू हो रहा है। इसमें सीआरपीएफ, एसटीएफ और डीआरजी के जवान रहेंगे। दोनों जिलों के 15 गांव के ग्रामीण 14 मई से वहां एकत्र हैं और कैंप का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने मारपीट और नक्सली मामलों में फंसाने का पुलिस पर आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि प्रदर्शन के दौरान अचानक से नक्सलियों ने कैंप पर फायरिंग शुरू कर दी।
मारे गए लोगों की शिनाख्त नहीं, ऑपरेशन जारी
इस पर जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की है। इस मुठभेड़ में 3 लोग मारे गए हैं। आईजी बस्तर सुंदरराज पी ने बताया कि मारे गए तीन पुरुषों के शव बरामद किए हैं। अभी उनकी पहचान नहीं हो सकी है। मौके पर और फोर्स भेजी गई है। अभी ऑपरेशन चल रहा है। इसके रुकने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। अभी तक इतनी ही जानकारी सामने आई है।
नक्सली लीडर हिड़मा का है इलाका
हाल ही में बीजापुर में हुए नक्सल हमले में 22 जवान शहीद हुए थे। बस्तर का झीरम कांड जिसमें कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता मारे गए। इस तरह की दर्जनों घटनाओं की प्लानिंग और एक्शन को नक्सली लीडर हिड़मा अंजाम देता है। जहां ग्रामीणों से प्रदर्शन किया है ये उसी का इलाका है। फोर्स के आने से पहले तक आए दिन नक्सली यहां ग्रामीणों की बैठक लेते रहे हैं। बड़े नक्सली नेताओं की यहां आवाजाही रही है। फोर्स की चहलकदमी बढऩे से नक्सलियों को अपनी जमीन खोने का डर सता रहा है।