बिलासपुर । कोरोना संक्रमण के दौर में निजी अस्पतालों की धड़ल्ले से जारी लूट खसोट के बीच अपोलो में बीते 22 अप्रैल को भर्ती की गई गर्भवती महिला की आज मौत हो गई महिला के परिजनों ने अपोलो पर गम्भीर आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया मीडियाकर्मियों के अपोलो पहुचने के बाद अपोलो प्रबंधन ने परिजनों की सुनी और बीते कई दिन से मरीज का स्टेटस जानने आतुर परिजनों को महिला की पल्स जीरो हो जाने की जानकारी देते हुए उसका मृत हो जाना बताया ।
निजी अस्पतालों के आगे स्थानीय प्रशासन के घुटने टेक देने से निजी अस्पताल लूट खसोट के साथ ही आमजन की जान से खेल रहे है तारबाहर निवासी बेगम 34 वर्ष को बीते 22 अप्रैल को बच्चेदानी में समस्या के बाद अपोलो में भर्ती कराया गया था ऑपरेशन पश्चात 26 अप्रैल को महिला के ठीक होने के बाद 27 को प्रबंधन ने डिस्चार्ज करने की जानकारी दी 27 को महिला को कोविड पॉजिटिव बताते हुए अपोलो में उसका कोरोना उपचार शुरू कर दिया गया 27 अप्रैल को कोरोना वार्ड में शिफ्ट करने के बाद महिला के स्वास्थ्य का स्टेटस जानने उसके परिजन हर दिन अपोलो में डटे रहे लेकिन महिला के स्वास्थ्य की अपडेट परिजनों को नही दी गई
इस दौरान सवा 2 लाख रुपए अपोलो ने बतौर उपचार फीस जमा करा ली अनहोनी की आशंका से भयभीत परिजनों ने आज जब हेल्प डेस्क के सामने धरना दे दिया मीडियाकर्मियों के अपोलो पहुँचने के बाद अपोलो प्रबंधन ने महिला की मौत हो जाना बताया मौत की वजह पूछने पर मृतक का पल्स जीरो हो जाने की जानकारी दी । बीते 15 दिन से उन्हें मृतका का मेडिकल बुलेटिन क्यों नही दिया गया और महिला की मौत कब हुई पूछने पर अपोलो के जिम्मेदार वहा से खिसक गई परिजनों ने कोरोना की आड़ में इसे हत्या बताया है । उल्लेखनीय है कि बेड बढ़ाने में आनाकानी करने वाले अपोलो हॉस्पिटल में इन दिनों लूट खसोट चरम पर है कोरोना उपचार के नाम पर बेड की शॉर्टेज बताकर अपोलो कोरोना पीडि़तों से मनमानी लूट कर रहा है स्थापना के प्रथम दिवस से ही स्थानीय लोगो से वसूली के लिए विख्यात अपोलो हॉस्पिटल कोरोना काल मे भी अपनी मनमानी लूट की परंपरा जारी रखे हुए है ।