बिलासपुर । नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बुधवार को वर्चुअल वीडियो कांफ्रेंस के जरिये प्रदेश की कांग्रेस को कोसा, वही केंद्र के भाजपा सरकार के कार्यो की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश में संसद का निर्माण राष्ट्र गौरव का कार्य है कांग्रेस इसका विरोध कर रही है तो छत्तीसगढ़ में क्यो विधानसभा का निर्माण कर रही। कांग्रेस को कोरोनाकाल में वैक्सिनेशन की चिंता नही है। यही वजह है कि ग़ैरवाजिब मुद्दों को सामने लाकर मूल समस्या से भागने कोशिश कर रही है। भारत सरकार का कोरोना को रोकने का प्रयास अन्य देशों के लिए उदाहरण है। प्रदेश सरकार कोरोना से लोगो की जान बचाने के बजाय शराब का धंधा कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक एवं भाजपा प्रदेश महामंत्री भूपेन्द्र सवन्नी ने कहा कि कोरोना से लडऩे टीका इस समय पर महात्वपूर्ण अस्त्र है, लेकिन कांग्रेस की प्राथमिकता में टीकाकरण नहीं बल्कि उस पर टिप्पणी जरूरी है। प्रदेश में समय रहते टीकाकरण प्रांरभ कर दिया जाता तो जो परेशानियां वर्तमान हो रही है, वह नही होती और प्रदेश में जनमानस की सुरक्षा की में अहम कदम होता, लेकिन प्रदेश की कांग्रेस की सरकार को इसकी जरा भी चिंता कभी नही रही है। इस महामारी काल में अंत्योदय की चिंता हमारे हमेशा लक्ष्य में रहा है और रहेगा। कोरोना के विस्तार के बाद से ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा सबकी चिंता की है। सबको अन्न योजना चल रहे हैं। अंत्योदय चिंता करते देश की 80 करोड़ जनता को इस काल में राशन सुलभ करवा रहे है। प्रदेश सरकार माननीय उच्च न्यायालय का आदेश का अनुपालन ही कर रही है। सर्व हित और सर्व समाज के लिये टीकाकरण नीति बनाया जाये लेकिन प्रदेश की सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों से बचने के लिये केवल मात्र जुटी है, कभी प्रदेश के जनता की चिंता नही रही हैं, जरा भी चिंता होती तो टीकाकरण के लिये आवश्यक कार्रवाई जरूर करती।
श्री कौशिक ने कहा कि शहरों व गांव के स्तर पर कोरोना की भयावह तस्वीर देखने को मिल रही है। उपचार के अभाव में लगातार लोगों की मौते हो रही है। प्रदेश की सरकार को जरा भी इसकी चिंता नही है। समय रहते उपाचार नही मिलने स्थिति कहीं और चिंताजनक न हो जाये इसकी चिंता करने की जरूरत है, लेकिन प्रदेश की सरकार में अपसी संवाद नहीं बजाय विवाद अधिक है। गांवों के स्तर को कोई सुविधा नही है। इसका खामियाजा प्रदेश की जनता को चुकाना पड़ रहा है। प्रदेश में कोरोना के जांच के नाम पर केवल औपचारिकता ही हो रहा है। कोरोना की जांच सही समय पर नही व सही समय पर रिर्पोट नही मिलने पर कोरोना के विस्तार का अंदेशा बना रहता है जिसकी जरा भी चिंता नही है। कोरोना का वास्तविक स्थिति पर पर्दा डाला जा रहा है। मौत के अंकड़े भी छिपाये जा रहे हैं।
श्री कौशिक ने कहा कि जब प्रदेश मे मजबूत विपक्ष सरकार से संवाद करना चाहता है तो प्रदेश की सरकार इससे बचना चाहती है। हम प्रदेश की जनता के हितों को ध्यान में रखकर सुझाव देना चाहते है, लेकिन प्रदेश की सरकार विर्चुअल बैठक करने की बात कह कर अपनी जिम्मेदारियों से बच रही है। प्रदेश सरकार की प्राथमिकता ऑनलाईन शराब बेचना अधिक है। जनता की जरा भी चिंता होती तो शराब की जगह दवा सुलभ करने के दिशा में कार्य करती। पूरे प्रदेश में इस कोरोना काल के बाद भी अवैध तरीके से शराब बिक रहा है। जिस पर अंकुश लगाने के बजाये उसे प्रोत्सहित करने प्रदेश की सरकार जुटी है। नशे के कारोबारियों का यह एक प्रमुख केन्द्र बन गया है। इन सब पर इस गैरजिम्मेदाराना सरकार की कोई चिंता नही है। भारतीय जनता पार्टी मांग करती है कि प्रदेश में कोरोना काल के दौरान कई अधिकारियों व कर्मचारियों की मृत्यु कोरोना सेवा कार्य के दौरान हुई है। इन सारे लोगों के परिजनों को तत्काल सारे नियमों शिथिल करते हुए अनुकंपा नियुक्ति दी जानी चाहिये।
कांफ्रेंस में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, भाजपा प्रदेश महामंत्री भूपेन्द्र सवन्नी, मस्तूरी विधायक डॉ.कृष्णमूर्ति बांधी, बेलतरा विधायक रजनीश सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत उपस्थित रहे।