बिलासपुर । नेता प्रतिपक्ष के सवाल ने जिला प्रशासन, सम्भागीय कोविड और सिम्स प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उनका कहना है कि जब आक्सीजन और वेंटिलेटर बेड के खाली होने की जानकारी दी जा रही तो फिर अस्पताल की दहलीज पर मरीजो की लगातार लाइलाज मौते कैसे हो रही है। फिर गाइडलाइन और बैठकों का क्या मतलब, आम आदमी आखिर जाए तो जाए कहा। उन्होंने कलेक्टर को व्यवस्था दुरुस्त करने निर्देश दिया है।नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने शुक्रवार को कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर को कॉल कर अस्पताल के सामने लगातार बिना इलाज क तड़प-तड़प कर हो रही मौतों को लेकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने पूछा कि दावा किया जा रहा कि अस्पतालों में वेंटिलेटर और ऑक्सीजन बेड खाली है, तो फिर क्यो रोज अस्पताल के गेट पर मरीज बिना इलाज के दम तोड़ रहे है। फिर व्यवस्था बनाने के लिए लगातार की जा रही बैठकों के दावे के क्या मतलब है। क्यो सम्भागीय कोविड अस्पताल और सिम्स के गेट पर पहुचने के बाद भी मरीजो की इलाज के अभाव में मौते हो रही। सरकार और एसईसीएल द्वारा दिये गए फंड से क्यो व्यवस्था नही बनाई जा रही।जब सरकारी अस्पतालों में बेड और चिकित्सा की व्यवस्था नही है तो लोग अपने मरीजो को कहा ले जाये।
उन्होंने कलेक्टर से कहा कि वे सिम्स के डीन और सम्भागीय कोविड अस्पताल के नोडल अफसर को भी चेतावनी दे चुके है, पर व्यवस्था में सुधार नही आ रहा, वे इस मामले को विधानसभा सत्र मे सदन के पटल पर रखेंगे। उन्होंने कलेक्टर को व्यवस्था सुधारने निर्देश दिए।*कहा केंद्र से भी करेंगे मांग*
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने ष्द्दस्रठ्ठड्ड से हुई चर्चा में बताया कि उन्होंने कलेक्टर को व्यवस्था बनाने निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था का हाल बेहाल है, पूरी व्यवस्था चरमरा गई है, स्थानीय प्रशासन और अस्पताल प्रशासन व्यवस्था बनाने में नाकाम है। वे व्यवस्था में सुधार के लिए केंद्र सरकार को भी पत्र भेजकर व्यवस्था बनाने पहल कराने प्रयास करेंगे।