मुंबई । नागपुर में एक महिला डॉक्टर ने अपने कत्र्तव्य और मरीजों की सेवा के लिए अपनी शादी तक तोड़ दी। नागपुर के सेंट्रल इंडिया कार्डिओलॉजी हॉस्पिटल में बतौर फिजीशियन काम कर रही अपूर्वा मंगलगिरी की शादी 26 अप्रैल को होने वाली थी। संक्रमण के बढ़ते खतरे और अपने फर्ज को देखते हुए अपूर्वा ने शादी को आगे बढ़ाने के लिए कहा, लेकिन लड़के वाले नहीं मान रहे थे। इसके बाद अपूर्व ने शादी करने से ही इनकार कर दिया। उनका कहना है कि वर्तमान में कोरोना मरीजों की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। अन्य के लिए पूरी लाइफ पड़ी हुई है। अपूर्वा ने बताया कि कोरोना की वजह से ही पिछले साल सितंबर में उनके पिता का निधन हो गया था। उन्होंने बताया, मैं ऐसे परिवार की बेबसी और दर्द को समझती हूं। मेरे पास हर दिन जरूरतमंदों के फोन आते हैं, वे बेड से लेकर ऑक्सीजन तक की मदद मांगते हैं। अपूर्वा बताती हैं, एक डॉक्टर होने के नाते, मेरा पास दिन में कई फोन कॉल आते हैं। लोग निराश और गुस्से से भरे मुझ से बात करते हैं। एक बेड और एक ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए वे मेरे सामने हाथ जोड़ते हैं। कई बार मैं सिर्फ असहाय होकर उनकी बातें सुनती हूं।