लखनऊ । लखनऊ में 100 साल की बुजुर्ग जानकी ठुकराल ने घर में ही रहते हुए कोरोना को मात दी है। खास बात यह है कि उन्हें रक्तचाप और मधुमेह भी है। उनकी हार्ट सर्जरी भी हो चुकी है। जानकी का सैचुरेशन 70 तक पहुंच गया था, लेकिन घर में ही सबने मिलकर उनकी देखभाल की और वे कोरोना से उबर आईं। इस परिवार के दस अन्य लोगों को भी कोरोना हुआ लेकिन वे सभी कोरोना से उबर आए।
परिवार में एक दूसरे का ख्याल रखा और टेलीमेडिसिन के जरिए डॉक्टरों की सलाह पर अमल करते हुए महामारी को हराने में सफल हुए।
जानकी ठुकराल के पोते अमित ने बताया ‘हजरतगंज में सप्रू मार्ग पर हमारा घर है। दस अप्रैल को दादी पॉजिटिव आई थीं। उसके बाद सबकी जांच हुई तो मेरी पत्नी, आठ साल का बेटा, भैया-भाभी और एक कुक समेत 11 लोग संक्रमित मिले। इसमें बुआ, 80 वर्षीय फूफा और 70 प्लस मम्मी पापा भी कोरोना से संक्रमित हो गए। पांच सीनियर सिटिजन थे घर में लेकिन सबसे ज्यादा चिंता दादी की थी। अस्पतालों में हालत उस समय बहुत खराब थी। ऐसे में हमने दादी को घर में ही रखने का निर्णय लिया। एक निजी अस्पताल के डॉक्टर से टेली कंसल्टेशन कर इलाज करवाने फैसला किया।
अमित ने बताया कि ‘हमने एक ऑक्सिजन सिलिंडर मंगा कर रख लिया। जब सैचुरेशन कम होता तब दादी को ऑक्सिजन देते थे। एक नर्स को भी लगाया था जो दादी की शुगर जांच वगैरह की जांच सुबह-शाम आकर कर जाती थी। दिन में केयर हम लोग करते थे। डॉक्टर के निर्देशन में स्टेरॉइड दी उससे बीपी और शुगर बढ़ा तो उसके लिए इंसुलिन भी दी गई। अमित ने बताया, धीरे-धीरे सैचुरेशन सामान्य हो गया और दादी की स्थिति ठीक होने लगी। बाकी सभी लोग अप्रैल में ही निगेटिव आ गए, लेकिन दादी की रिकवरी थोड़ी धीमी थी, इसलिए लगभग बीस दिन बाद मई में उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है, अब सभी स्वस्थ्य हैं।