नई दिल्ली । कोरोना वायरस की दूसरी लहर भारत में जमकर तबाही मचा रही है। वायरस के आगे भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था बेबस और लाचार नजर आ रही है। लोग ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और बेड के लिए ठोकरें खाते फिर रहे हैं। केंद्र सरकार राज्यों की मदद करने की पूरी कोशिश कर रही है लेकिन वायरस की मचाई तबाही इतनी है कि वह भी नाकाम साबित हो रही है। ऐसे में भारत को विदेशों से मदद मुहैया हो रही है। पोलैंड, नीदरलैंड, स्विजरलैंड समेत कई देश भारत की मदद के लिए आगे आए है। ये भारत को ऑक्सजीन, वेंटिलेटर जैसे मेजिकल उपकरण भेज रहे हैं। विदेश मंत्रालय (एमईए) के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर बताया, “अंतर्राष्ट्रीय सहयोग जारी है। पोलैंड से 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खेप भारत आई है। हमारे यूरोपीय संघ के साथी का इस समर्थन के लिए धन्यवाद। नीदरलैंड से एक उड़ान 449 वेंटिलेटर, 100 ऑक्सीजन सांद्रता और अन्य मेडिकल सप्लाई लेकर आज भारत में आई है। आने वाले दिनों में, अन्य मेडिकल उपकरणों को भी भेज दिया जाएगा। एमईए के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा हमारे मित्र नीदरलैंड से इस समर्थन को महत्व दें। इसके अलावा स्विट्जरलैंड से एक विमान, 600 ऑक्सीजन सांद्रता, 50 वेंटिलेटर और अन्य चिकित्सा आपूर्ति लेकर आज सुबह भारत पहुंचा है। इसके अलावा यूके, रूस, और अमेरिका सहित दुनिया भर के कई देशों ने भारत के लिए समर्थन बढ़ाया है। भारत इस समय बढ़ते कोविड-19 संक्रमण के कारण स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की चनौतियों से लड़ने के लिए संघर्ष कर रहा है। बुधवार को, भारत ने 4,12,262 नए कोविड-19 मामलों की सूचना दी, महामारी के बाद से कोविड-19 मामलों में उच्चतम एक दिवसीय स्पाइक। भारत वर्तमान में देश के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने और सीमावर्ती चिकित्साकर्मियों को पछाड़ने के लिए राष्ट्र के माध्यम से बहने वाली दूसरी विनाशकारी सीओवीआईडी -19 लहर से निपट रहा है।