भोपाल । कलेक्टर अविनाश लवानिया की अध्यक्षता में किल कोरोना – 3 अभियान के प्रारंभ को लेकर तैयारी के संबंध में आज कलेक्ट्रेट में बैठक संपन्न हुई। बैठक में कलेक्टर श्री लवानिया ने कहा कि भोपाल के ग्रामीण क्षेत्रों में तीन टीमें युद्ध स्तर पर कोरोना को मात देने के लिए कार्य करेगी। पहली टीम में सचिव एवं ग्रामीण विकास, आशा कार्यकर्ता गांव के प्रत्येक घर में जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करेंगी, पल्समीटर से ऑक्सीजन लेवल चेक करेंगी एवं इसकी रिपोर्टिंग सार्थक पोर्टल पर अपलोड की जाएगी। प्रथम टीम के द्वारा संदिग्ध पाये गये व्यक्तियों को द्वितीय स्तर की टीम जिसमें पैरामेडीकल स्टॉफ, एएनएम उनके घर जाकर उनकी प्राथमिक जाँच करेंगी। तद्उपरांत यह सुनिश्चित करेगी कि संदिग्ध होने पर उन्हें प्राथमिक उपचार में मेडीकल किट प्रदान की जाएगी।
साथ ही टीम यह सुनिश्चित करेगी कि आईसोलेशन सेंटर, कोविड केयर सेंटर या संदिग्ध को कहा रखना उचित होगा। दोनों टीमों की जनपद एवं जिला स्तर पर वरिष्ठ अधिकारी मॉनीटरिंग करेंगे, साथ ही कोरोना को प्रारंभिक स्तर पर ही रोका जा सके। इसके लिए टीम को आवश्यक उपकरण, दवाईयां, मेडीसिन किट सीएचएमओ सुनिश्चित करें कि दवाईयों की कमी न हो। जिला पंचायत सीईओ इसके नोडल अधिकारी होंगे और लगातार सभी से संपर्क कर व्यवस्थाओं को सुचारू बनाए।
बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री कोलसानी, जिला पंचायत सीईओ श्री मिश्रा, अपर कलेक्टर , एसडीएम , मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी और अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
ग्रामीण क्षेत्रों में किल कोरोना – 3 अभियान के संचालन में कोविड-19 रोगियों के शीघ्र पहचान एवं त्वरित उपचार की दृष्टि से ग्रामीण क्षेत्रों में स्पेशल फीवर स्क्रीनिंग कैम्पेन किल कोरोना – 02 अभियान भी चलाया जा रहा है। जिले में कोविड संक्रमण को रोकने और संदिग्ध मरीजों को अलग करने के लिए अधिक से अधिक जनसंख्या तक स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए किल कोरोना-3 अभियान का संचालन ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाएगा।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत विकास मिश्रा ने बताया की किल कोरोना-3 अभियान जो 7 मई से प्रारंभ होकर 25 मई तक चलाया जाएगा। किल कोराना -3 ‘ अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग के साथ – साथ महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग एवं नगरीय आवास एवं विकास विभाग के मैदानी अमले द्वारा वृहद स्तर पर समन्वित गतिविधियाँ सुनिश्चित की जायेगी, ताकि प्रत्येक नागरिक तक स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा सके।
किल कोराना -3 अभियान की रणनीति ग्रामीण क्षेत्रों एवं नगर पंचायत क्षेत्रों की संपूर्ण जनसंख्या की स्क्रीनिंग की जाएगी। ग्रामीण स्तर पर जनप्रतिनिधियों और समाज सेवियों के समूह बनाकर कार्य किया जाएगा। सर्दी, खांसी एवं बुखार के मरीजों को गांव में ही आइसोलेट करने और कोविड केयर सेंटर में पहुंचाने के लिए भी कार्य किया जाएगा। आवश्यकता होने पर गांवों में समूह बनाकर स्थानीय पंचायत भवनों, स्कूलों में आइसोलेशन सेंटर बनाए जाएंगे।
कलेक्टर श्री लवानिया ने कहा की शहरी क्षेत्र में कोविड केयर सेंटर, फीवर क्लीनिक के बारे में लोगो को बताया जाए। जिससे अधिक से अधिक लोग उसका फायदा ले सके।शहरी क्षेत्रों में कोविड सहायता केन्द्रों के माध्यम से कोविड -19 का प्रबंधन, ग्रामीण एवं नगर पंचायत क्षेत्रों की रणनीति, ग्राम स्तर पर प्राथमिक दल का गठन किया जाये जिसमें आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं ग्राम रोजगार सहायक सम्मिलित होंगे। प्राथमिक दल में जन अभियान परिषद के प्रस्फुटन समिति के सदस्यों को भी सम्मिलित किया जाये, नगर पंचायत हेतु प्राथमिक दल में नगर पंचायत के मैदानी कर्मचारियों को भी सम्मिलित किया जाये।
कलेक्टर ने कहा की दल द्वारा प्रत्येक घर पर सर्दी, खांसी, बुखार के लक्षण वाले रोगियों का चिन्हांकन किया जायेगा। दल द्वारा प्रत्येक दिन में लगभग 100 घरों में सर्वे और स्क्रीनिग की जाकर कोरोना किट भी उपलब्ध कराई जायेगी। बुखार एवं कोरोना के लक्षण वाले संभावित रोगियों की पहचान की जायेगी, अमूमन उपरोक्त अनुसार 500 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जा सकेगी। उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर लगभग 10 प्रतिशत अर्थात 50 रोगी प्रतिदिन मिलने की संभावना होगी।