कोलकाता । पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शपथ दिलाने के तुरंत बाद नसीहत दी कि राज्य में हिंसा को तत्काल रोकना नई सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। राज्यपाल नई सरकार को बधाई संदेश दे रहे थे और इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव बाद भड़की हिंसा में जिस तरह महिलाओं और बच्चों को नुकसान पहुँचाया गया है वह गलत है। राज्यपाल ने कहा कि राज्य में कानून का शासन स्थापित होना चाहिए क्योंकि हिंसा लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। राज्यपाल धनखड़ ने सीएम ममता को नसीहत दी कि उन्हें संघीय ढाँचे का सम्मान करते हुए संविधान के अनुसार चलना चाहिए। राज्यपाल ने ममता बनर्जी को अपनी छोटी बहन बताकर उम्मीद जाहिर कि वह सफल मुख्यमंत्री साबित होंगी।
शपथ समारोह में राज्यपाल की नसीहत मुख्यमंत्री ममता को चुभ गई और उन्होंने तत्काल राज्यपाल धनखड़ को उत्तर देते हुए कहा कि हिंसा बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह पिछले तीन महीने से चुनाव आयोग ने कानून व्यवस्था संभाली उससे स्थिति बिगड़ी क्योंकि कई अनुभवी पुलिस अधिकारियों को हटा दिया गया था। ममता बनर्जी ने कहा कि वह आज ही पुराने अधिकारियों को पद पर बहाल करेंगी ताकि कानून व्यवस्था की स्थिति को सुधारा जा सके। ममता बनर्जी ने एक तरह से इस दौरान निर्वाचन आयोग के अधिकारियों और केंद्रीय सुरक्षा बलों पर कानून व्यवस्था बिगाड़ने के आरोप लगा दिया।
माना जा रहा है कि बुधवार को ही ममता बनर्जी पुलिस प्रशासन में बड़ा फेरबदल कर सकती हैं और उनके चहेते अधिकारी एक बार फिर से बड़े पदों पर नियुक्त कर सकती है। उधर, विश्लेषकों ने राज्यपाल के बधाई संदेश को काफी अहम बताकर इस अनोखा भी बताया है क्योंकि शपथ ग्रहण समारोह में पहली बार किसी राज्यपाल ने नवनियुक्त मुख्यमंत्री को खरी-खरी सुनाई है। मुख्यमंत्री और राज्यपाल के रिश्ते पहले ही काफी तल्ख रहे हैं और नई सरकार के पहले दिन ही जिस तरह का वाकया हुआ उससे लगता है कि कानून व्यवस्था की स्थिति नहीं संभली,तब यह खिंचाव और बढ़ सकता है।