भोपाल । कोरोना काल में जहां मरीजों को सही से इलाज नहीं मिलने की शिकायत आम है वहीं अब मानदेय बढ़ाने समेत अन्य मांगों को लेकर जूनियर डाक्टर्स कल से हडताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं। जूडॉ एसोसिएशन ने प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है। एसोसिएशन ने गुरुवार से इमरजेंसी सेवाएं और दूसरे दिन कोरोना से जुड़ी सेवाएं बंद करने की भी चेतावनी दी है। इससे मरीजों की फजीहत होगी। सेंट्रल जूडा के प्रेसिडेंट डॉ. अरविंद मीणा ने कहा कि 12 अप्रैल को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग द्वारा मांगे पूरी करने का आश्वासन दिए जाने के बाद उन्होंने आंदोलन स्थगित कर दिया था, लेकिन 3 हफ्ते बाद भी उनकी मांगों पर कोई निर्णय नहीं हुआ है। जूनियर डाक्टरों की प्रमुख मांगों में मेडिकल कालेज से संबद्ध अस्पतालों में कोरोना के सिर्फ गंभीर मरीजों का ही इलाज किया जाए। जिससे चिकित्सा छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो। जूनियर डाक्टरों ने पिछले 1 साल में अपनी सारी परेशानी भूल कर मरीजों की सेवा की है। लिहाजा उनकी एक साल की शिक्षण शुल्क माफ की जाए। जूनियर डाक्टरों का मानदेय पिछले 3 साल से नहीं बढ़ा है, जबकि मुख्यमंत्री ने हर साल 6 परसेंट बढ़ाने की बात कही थी। 3 साल के मिलाकर 18 फीसद मानदेय बढ़ाया जाए। कोरोना के इलाज में लगे डाक्टरों को सरकार ने 10 हजार रुपए अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देने की बात कही थी। एक साल बाद भी यह राशि नहीं मिली है। जूनियर डाक्टरों के एक ऐसा प्रशस्ति पत्र दिया जाए भविष्य में जब भी वह किसी विभाग में सेवा के लिए आवेदन करें तो उन्हें 10 नंबर अतिरिक्त मिले।बता दें की इसी महीने प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में जूनियर डाक्टरों ने समानांतर ओपीडी चला कर आंदोलन किया था।