कोरबा18 साल पहले शुरू हुई एक प्रेम कहानी का बुधवार को कोरोना से इंदौर में दुखद अंत हो गया। सुबह 8 बजे भंवरकुआं के निजी अस्पताल में पवन पवार (36) निवासी सेंचुरी पार्क की कोरोना से मौत के ढाई घंटे बाद पत्नी नेहा (34) ने फ्लैट में जाकर फांसी लगा ली। दोनों ने पांच साल पहले प्रेम विवाह किया था। शुभम का हाल ही में पीएससी के जरिये रेंजर के लिए चयन हुआ था। वे ट्रेनिंग के लिए देहरादून जाने वाले थे, लेकिन कोरोना हो गया। पांच दिन घर में इलाज किया, लेकिन तबीयत बिगड़ने पर 15 अप्रैल को भर्ती हुए। नेहा निजी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर थीं।
बड़वानी निवासी पवन के पिता ललित सोनी और नेहा के भाई अनुराग विश्वकर्मा निवासी बिलासपुर ने बताया कि पवन जब से बीमार पड़े, नेहा उनके साथ ही थी। चार दिन पहले तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो दोनों के घरवाले भी इंदौर आ गए। पवन की हालत देख नेहा बार-बार कहती थी कि कैसे भी उसे बचा लो, वरना मैं भी कुछ कर लूंगी। सुबह अचानक नेहा के सामने पवन की मौत हुई तो वह सहन नहीं कर सकी।
*कपड़े लेने के बहाने भाई के साथ फ्लैट में गई और खुदकुशी कर ली
परिजन पवन का शव अस्पताल से बड़वानी ले जाने की तैयारी कर रहे थे इस बीच नेहा ने कहा- मुझे फ्लैट से कुछ कपड़े लाना है। वह भाई अनुराग को लेकर फ्लैट पहुंची। भाई को नीचे रोककर अकेली ऊपर गई। 10-15 मिनट बाद भी वह नीचे नहीं आई तो भाई ने फोन लगाया। उसने फोन नहीं उठाया तो अनुराग दौड़कर फ्लैट में पहुंचा। वहां नेहा फंदे पर झूलती नजर आई। उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। शव को जिला अस्पताल ले जाया गया।
*कोरबा में शुरू हुई थी प्रेम कहानी
पवन की मां राजश्री पंवार बड़वानी के पाटी में खंड शिक्षा अधिकारी हैं, पिता भी शिक्षा विभाग में हैं। 18 साल पहले पवन मौसी के घर कोरबा गया था, वहीं नेहा से दोस्ती हुई। नेहा के पिता का बिलासपुर तबादला हुआ तो पवन भी वहां पहुंच गया। वहीं दोनों ने शादी का फैसला किया। बाद में पवन इंदौर आ गया व शादी के बाद नेहा भी यहीं आ गई।