नई दिल्ली । चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को नहीं पसंद की कोई भी उन्हें अनफिट कहे। सोमवार को राजस्थान के साथ हुए मुकाबले के बाद धोनी ने कहा कि, टीम में मौजूद युवा खिलाड़ियों के साथ फिटनेस का मुकाबला करना मुश्किल की बात है। परंतु यह एक सकारात्मक बात होगी एक 39 वर्षीय खिलाड़ी के लिए कि उसपर फिटनेस को लेकर कोई सवाल न उठाए। धोनी ने कहा कि, उम्र बढ़ने के साथ-साथ खुद को पहले की तरह फिट रख पाना काफी मुश्किल होता है। धोनी ने पिछले वर्ष ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया है। सोमवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में राजस्थान के साथ हुए मुकाबले में चेन्नई ने राजस्थान को 45 रनों से मात दी। मुकाबले के बाद बात करते हुए माही ने कहा कि, जब आप खेल रहे होते है तब आप नहीं चाहते कि कोई भी आपको अनफिट कहे। मैं जब खेलता हूं तब खुद को युवा खिलाड़ियों के जितना फिट रखने की कोशिश करता हूं। इसके साथ ही धोनी ने कहा कि, खेल में आप कैसा प्रदर्शन करेंगे यह आप सुनिश्चित नहीं कर सकते। मैं जब 24 साल का था तब भी खेल में अपना प्रदर्शन सुनिश्चित नहीं कर सकता था, और आज 40 साल का हूं तब भी नहीं कर सकता हूं। लेकिन सबसे बड़ी सकारात्मक बात तब होती है जब इस उम्र में भी कोई मुझे अनफिट न कहे। राजस्थान के खिलाफ खेले गए मुकाबले के बारे में बात करते हुए धोनी ने कहा कि, मुझे खुशी है कि मुकाबले में हमारी टीम ने 180 से ज्यादा रन बनाए हालांकि हम और बेहतर कर सकते थे। गेंदबाजी की बात करे तो सैम ने काफी बेहतरीन गेंदबाजी की। सबसे बड़ी चीज थी कि गेंद गीली होने के बाद भी स्पिन कर रही थी। गेंद काफी घुम रही थी, ऐसे में मैं खुश हूं जिस तरह से मोईन ने गेंदबाजी की। मोईन ने 3 ओवर में सात रन देकर तीन महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए। धोनी ने कहा कि पिछले साल और इस साल में काफी बदलाव है। पिछले साल हम अंक तालिका में सातवें स्थान पर थे। इस साल हमारे गेंदबाजों ने और पूरी टीम ने काफी काम किया है खेल के सुधार के लिए। चेन्नई अपने खेले गए 3 मुकाबलों में से दो में जीत हासिल कर अंक तालिका में इस वक्त दूसरे स्थान पर है। चेन्नई से मिली हार के बाद राजस्थान के कप्तान संजू सैमसन ने कहा कि, हमने सोचा कि हम इस लक्ष्य का पीछा कर पाएंगे, परंतु टीम ने बीच के ओवरों में काफी विकेट गंवा दिए। हमारे गेंदबाजों ने काफी अच्छी गेंदबाजी की, हमने कुछ 10-15 रन ज्यादा दे दिए सामने वाली टीम को। हम भले ही मैच हार गए हैं लेकिन हम मुकाबले से सकारात्मक चीजें ही ले कर जाएंगे। हम आने वाले मुकाबलों में अपनी गलतियों को सुधारने की कोशिश करेंगे।