बिलासपुर । बिलासपुर शहर और जिले में कोविड-19 संक्रमण के इस भयावह दौर में कोरोनि से संक्रमित मरीजों का इलाज करने के साथ ही लोगों की जांच का काम भी उतना ही कठिन और असाध्य होता जा रहा है। जिले के सिम्स में इकलौती आरटी पीसीआर मशीन के भरोसे ही बिलासपुर, मुंगेली गौरेला पेंड्रा मरवाही तथा जांजगीर चांपा से आए सैंपल की जांच और रिपोर्ट तैयार करने का दारोमदार टिका हुआ है। सेंपल हजारों में हैं और मशीन केवल एक। जाहिर है कि ऐसे में हजारों रिपोर्ट पेंडिंग रहे। और रिपोर्ट के अधिक दिनों तक पेंडिंग रहने का मतलब कोरोना संक्रमण के और अधिक फैलने की आशंका। क्योंकि रिपोर्ट के इंतजार में आप कितने लोगों को कितने दिनों तक उनके घरों में रहने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।। लिहाजा रिपोर्ट आते तक ऐसे लोग यहां वहां घूम कर संक्रमण विस्तार का अपराध कर रहे हैं। यह अच्छी बात है कि बिलासपुर के विधायक शैलेश पांडे की मांग पर एसईसीएल के द्वारा सिम्स में एक नई आरटी पीसीआर मशीन स्थापना के कार्य के लिए 32 लाख 90 हजार रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। विधायक शैलेश पांडे ने इसके लिए एसईसीएल प्रबंधन जिला प्रशासन एवं सिम्स प्रबंधन को धन्यवाद दिया है। इसी तरह श्री पांडे के द्वारा 1 दिन पूर्व जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक लेकर कोविड-19 मरीजों के इलाज में पेश आ रही दिक्कतों पर जिस तरह सारगर्भित चर्चा की। उम्मीद की जानी चाहिए कि उसके भी नतीजे दो-चार दिनों में देखने को मिल सकते हैं।