नई दिल्ली । कोरोना की दूसरी लहर के प्रभाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सीबीएसई 10वीं की परीक्षा रद्द कर दी, जबकि सीबीएसई 12वीं की परीक्षा अभी टाल दी गई है। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक सीबीएसई की चार मई से प्रस्तावित बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में निर्णय इसलिए लिया गया, क्योंकि कोरोना के चलते मौजूदा समय में 11 राज्यों के स्कूल बंद हैं। सीबीएसई एक केंद्रीय बोर्ड है, इसलिए सभी राज्यों में एक साथ परीक्षा जरूरी है। लेकिन कई राज्यों में कोरोना संक्रमण की जो स्थिति बनी हुई है, उसमें यह संभव नहीं है। वहीं कोरोना के कारण बिगड़े हालात को देखते हुए मध्य प्रदेश, पंजाब, हिमाचल, राजस्थान और महाराष्ट्र की सरकारों ने भी दसवीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित करने का फैसला किया है। हरियाणा सरकार गुरुवार को बोर्ड परीक्षाओं पर फैसला लेगी। उत्तर प्रदेश और बंगाल ने कहा है कि वे स्थिति पर नजर रखे हैं और जल्द ही फैसला लेंगे। वहीं कर्नाटक ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बोर्ड परीक्षाएं कराने का एलान किया है। पंजाब में परीक्षा की अगली तारीखें तय करने के लिए एक जून को समीक्षा बैठक होगी। हिमाचल सरकार ने 17 मई तक 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं स्थगित करने का फैसला किया है। इस बीच, उत्तर प्रदेश से खबर है कि कोरोना के बिगड़ते हालात को देखते हुए यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की आठ मई से शुरू होने वाली परीक्षाएं भी टलना तय माना जा रहा है। उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि कोरोना के ऐसे ही हालात रहे तो यूपी बोर्ड परीक्षाएं भी टलेंगी। डा. शर्मा ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के कार्य में लगाए गए 19 में से 17 अधिकारी कोरोना पाजिटिव हैं। अपर मुख्य सचिव (माध्यमिक शिक्षा) आराधना शुक्ला के अलावा तीन विशेष सचिव, निदेशक व पांच उप निदेशक स्तर के अधिकारी इसमें शामिल हैं। सीबीएसई की हाईस्कूल की परीक्षा रद किए जाने और इंटर की परीक्षाएं स्थगित किए जाने के बाद अब यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के निर्णय पर विद्यार्थियों की निगाहें लगी हैं।