मुंबई । उद्योगपति मुकेश अंबानी को बम धमकी मामले की जांच कर रही एनआईए ने पूर्व मुम्बई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह और पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा से पूछताछ की है। दोनों का ही कनेक्शन मामले के मुख्य आरोपी एपीआई सचिन वझे से है। प्रदीप शर्मा पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट हैं और सचिन वझे उनकी यूनिट में पहले काम कर चुका है। इतना ही नहीं तो मनसुख की हत्या के आरोप में गिरफ्तार पूर्व पुलिस सिपाही विनायक शिंदे भी उनके साथ काम कर चुका था।
सूत्रों के मुताबिक, प्रदीप शर्मा से दोनों के सम्बंध और हाल-फिलहाल मिलने या बात करने से जुड़े सवाल पूछे गए। सूत्रों का ये भी दावा है कि विनायक शिंदे की लोकेशन अंधेरी भी मिला है, जहां प्रदीप शर्मा रहते हैं। इसके अलावा प्रदीप शर्मा 2 मार्च को मुम्बई पुलिस मुख्यालय भी गए थे।
प्रदीप शर्मा ने तो इस पर कुछ भी कहने से मना कर दिया है लेकिन उनके करीबी सूत्रों के मुताबिक विनायक शिंदे से उनकी मुलाकात पिछले 5 साल से नही हुई थी। सचिन वझे से भी 2 मार्च को पुलिस मुख्यालय में मुलाकात के अलावा फोन पर ही बात हुई है। प्रदीप शर्मा ने एनआईए को दिए बयान में आतंकी साजिश और मनसुख मर्डर दोनों से कोई भी सरोकार होने से इनकार किया है।
वर्तमान में होमगार्ड डीजी और गृहमंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ की वसूली का टारगेट देने का आरोप लगाने वाले परमबीर सिंह जब एनआईए के सवालों का जवाब दे रहे थे, उसी समय गृह विभाग को मुम्बई पुलिस द्वारा 30 मार्च को दी गई रिपोर्ट सार्वजनिक हो गई। उस रिपोर्ट के मुताबिक, वझे को क्रिमिनल इंटेलिजेंस यूनिट में लाने वाले खुद परमबीर सिंह थे और वझे सीधे उन्हें रिपोर्ट करते थे। इतना ही नहीं, किसे बुलाना है, गिरफ्तार करना है या गवाह बनाना है, ये सब आदेश वो खुद वझे को देते थे। एनआईए ने वझे की साजिश से जुड़े सवाल परमबीर सिंह से किए और ये जानने की कोशिश की कि क्या उनको भी इस सबकी जानकारी थी?