Home समाचार गोहरापदर वन परिसर में तेंदूपत्ता साखकर्तन प्रशिक्षण प्रयोगशाला का आयोजन

गोहरापदर वन परिसर में तेंदूपत्ता साखकर्तन प्रशिक्षण प्रयोगशाला का आयोजन

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प्रतीक बेहरा, जोहार छत्तीसगढ़।

देवभोग।  वन परिक्षेत्र  अंतर्गत तेंदूपत्ता संग्रहण से पहले साखकर्तन किया जाता है इस समय इस पर ज्यादा जोर दिया गया है क्योंकि इससे अच्छी अच्छी गुणवत्ता के  पत्ते आते है इसकी अवधि 25 फरवरी से 5 मार्च तक की है इसका प्रति मानक बोरा पारिश्रमिक दर 55 रुपया है इस साखकर्तन का प्रशिक्षण आज रेंजर नागराज मंडावी द्वारा प्रशिक्षण शाला गोहरापदर में दिया गया। सीजन 2021 के लिए साख कर्तन की कार्यशाला तेंदूपत्ता समितियों की प्रशिक्षण आयोजित कर रेंजर नागराज मंडावी द्वारा तेंदूपत्ता साखकर्तन की कार्यविधिबताई गईवह साखकर्तन के बाद होने वाले तेंदूपत्ता संग्रहण की भी जानकारी दी और साखकर्तन अवैध चोरी रोकने की कार्यविधि, अच्छी गुणवत्ता का तेंदूपत्ता संग्रहण विधि आदि विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में बताया गया कि वन विभाग का स्टॉफ  24 घंटे जंगल के अंदर गश्ती करें, ताकि तेंदू पत्ते की अवैध चोरी रोकी जा सकें। इस वर्ष मई 2021 में  मानक 12900 बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य रखा गया है, जिसे 12 तेंदुपत्ता समितियों द्वारा पूरा किया जाएगा। शासन ने प्रति मानक बोरा 4,000 रुपए दर निर्धारित की है ग्रामीणों से अपील है कि वह जंगल से बगैर अनुमति के तेंदूपत्ता नहीं तोड़े तथा तेंदूपत्ता का अवैध संग्रहण नहीं करें। वन विभाग, घरों मे रखे अवैध तेंदूपत्ता को जप्त कर प्रकरण दर्ज कर सकता है। यह बात नागराज मंडावी रेन्जर ने तेंदूपत्ता संग्रहण हेतु वन समितियों के प्रशिक्षण में कही। उन्होंने कहा की कानूनी कार्यवाही से बचने के लिए अवैध रूप से घरों में तेंदूपत्ता का संग्रहण नहीं करें।  प्रशिक्षण कार्यक्रम में रेंजर नागराज मंडावी जिला यूनियन के अध्यक्ष भगराथी मांझी  हलमन धुर्वा भुवन बघेल जिला सदस्य 12 समिति के अध्यक्ष व फड़ मुंगशी पोषक अधिकारी उपस्थित रहे।

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