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लमडांड पंचायत में सरपंच-सचिव ने किया राशन घोटाला, मृतकों के नाम से निकाल लिए राशन

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चंद्रशेखर जायसवाल, जोहार छत्तीसगढ़।


लैलूंगा। लैलूंगा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत लमडांड में मुर्दों को राशन बांटने का एक मामला सामने आया है। पूरे घटना में सरपंच एवं सरपंच पति जय कुमार सिदार का हाथ होने का आरोप लगाया जा रहा है। आरोप ग्राम पंचायत लमडांड के पंचों द्वारा लगाया गया है जिसमें की 14 बिंदुओं पर शिकायत की गई है आर्थिक अनियमितता के साथ-साथ कई और गंभीर आरोप लगे हैं जिसमें एक मामला सरपंच एवं सरपंच पति द्वारा राशन वितरण में मृत व्यक्तियों के नाम से राशन आहरण करना है। वैसे देखा जाए तो प्रदेश में ऐसे कई मामला सामने आया है। परंतु फि र भी यह थमने का नाम नहीं ले रहे हैं शिकायतकर्ताओं के अनुसार उचित मूल्य की दुकान जो कि सरपंच एवं सरपंच पति द्वारा चलाई जा रही है उसमें अभी तक निगरानी समिति का गठन भी नहीं किया गया है कई माह से मृत व्यक्तियों के नाम से राशन निकाला जा रहा है, 8 पंच एक उपसरपंच एक बीडीसी के हस्ताक्षर युक्त यह शिकायत पत्र मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रायगढ़ को भेजा गया है शिकायत के अनुसार व्यक्तियों में लक्ष्मी पति गिरधारी इनका अंत्योदय राशन कार्ड था इनकी मृत्यु 24 अगस्त 2020 को हुआ हो गया है, पवरा पति जलधर इनका मृत्यु सितंबर 2020 को हुआ, झिटकु पिता ननकी इनका मृत्यु 23 दिसंबर 2019 को हुआ, हिराधर पिता पितांबर इनका मृत्यु 29 सितंबर 2019 को हुआ, अनु छाया पति सोनू राम इनका मृत्यु 31 अक्टूबर 2020 को हुआ, देवमती पति इच्छा राम का मृत्यु 20 मार्च 2020 को हुआ, मृत्यु के बाद भी कई महीनों तक इन सभी के राशन आहरण होने का आरोप पंचों द्वारा लगाया गया है तथा इसके अलावा 12 और व्यक्तियों के नाम से राशन निकालने का दावा भी पंचों द्वारा किया जा रहा है मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर जनदर्शन से अनुविभागीय अधिकारी को तत्काल इसकी जांच हेतु निर्देशित किया गया जिसमें खाद्य निरीक्षक द्वारा जांच कराये जाने के लिए विभागीय अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया है।
खाद्य निरीक्षक के जांच प्रतिवेदन में देरी पर अनुविभागीय अधिकारी नाराज – इस पूरे मामले में जांच अधिकारी बनकर गए खाद्य निरीक्षक को जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा गया था परंतु जांच प्रतिवेदन में हो रही देरी के कारण अनुविभागीय अधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए जल्द प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कहा गया, जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत ना होने की स्थिति में कार्यवाही की बात भी सामने आई। जांच में खाद्य निरीक्षक मौका स्थल पर जब गए तब वहां सरपंच एवं उसके पति की मौजूदगी नहीं थी जिससे जांच में देरी हो रही है।
प्रथम दृष्टया शिकायत सही अब कार्यवाही के साथ सरपंच चुनाव की मांग– जांच अधिकारी के कहे अनुसार प्रथम दृष्टया शिकायत सही पाई गई है पंचों की मांग है कि सरपंच का पद शून्य करते हुए चुनाव करवाना चाहिए ऐसे सरपंच के साथ हम अपने पंचायत के विकास को पांच साल गर्त मे नहीं डाल सकते हैं।
आगे क्या कार्यवाही हो सकती?– यदि आरोप सही पाए जाते हैं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत एवं 2016 5(1), 12(2)14(1)(2) के तहत दंड का प्रावधान है। एवं प्रशासन सभी बिंदु पर शिकायत सही पाए जाने पर पद शून्य करते हुए एफआईआर भी कर सकते हैं।

  • प्रथम दृष्टया शिकायत सही पाई गई है आगे जांच प्रतिवेदन में पूरी जानकारी दी जाएगी आप एसडीएम से जांच रिपोर्ट ले सकते हैं।
  • खाद्य निरीक्षक लैलूंगा
  • हमारे पंचायत में महिला सरपंच होने के कारण सिर्फ नाम के लिए सरपंच है पूरा काम सरपंच पति द्वारा किया जाता है।
  • उमा बाई प्रधान पंच
  • राशन का मामला तो गंभीर है ही साथ में हमने 13 अन्य बिंदु पर भी शिकायत की है, उस शिकायत का भी जल्द जांच कर कार्यवाही करनी चाहिए।
  • धनेश्वर धनवार पंच
  • सरपंच बने आज एक साल भी नहीं बीता और इतने गंभीर भ्रष्टाचार सामने आ रहे हैं आगे की उम्मीद करना जायज नहीं है।
  • निराकार प्रधान, ग्रामीण

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