धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
नगर पंचायत धरमजयगढ़ में कांग्रेस की सरकार है। लेकिन बिडम्बना यह है कि उनकी बहुमत नहीं है। प्रदेश के कांग्रेस सरकार द्वारा बनाए गए नियम के अनुसार यदि अध्यक्ष के लिए आरक्षित वर्ग से एक व्यक्ति पार्षद चुनकर आया है तो वह बिना बहुमत साबित किए अध्यक्ष बन जाता है। लेकिन उपाध्यक्ष के लिए बहुमत की जरूरत है। धरमजयगढ़ नगर पंचायत में अध्यक्ष कांग्रेस तो उपाध्यक्ष भाजपा से चुने गए हैं। लेकिन अब अविश्वास प्रस्ताव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार भाजपा में इसकी सुगबुगाहट ज्यादा है। क्योंकि वरिष्ठ नेता व अनुभवी पार्षदों को किनारे करते हुए पहली बार जीतने वाले को उपाध्यक्ष बना दिया गया है। वहीं हाल कांग्रेस का है। ऐसा लग रहा है कि दोनों पार्टी के नाराज पार्षदों में ताल मेल हो रही है। यदि अध्यक्ष-उपाध्यक्ष दोनों के लिए अविश्वास प्रस्ताव आता है तो ज्यादा नुकसान भाजपा को होगी। क्योंकि अध्यक्ष के लिए आरक्षित वर्ग से कोई दूसरा पार्षद नहीं है।