जोहार छत्तीसगढ़-जांजगीरचाम्पा।
जिले के बलौदा विख में जैविक खेती किसानो के द्वारा 660 हे. में किया जा रहा है। किसानों के द्वारा जैविक खेती होने से खुश नजर आ रहे है किसानों का कहना है कि जैविक खेती से रासायनिक खाद एवं रासायनिक कीटनाशी दवा के उपयोग आधुनिक समय में निरन्तर बढ़ती हुई जनसंख्या, पर्यावरण प्रदूषण, भूमि की उर्वरा सक्ति का संरक्षण एवं मानव स्वास्थ्य के लिए जैविक खेती की राह अत्यन्त लाभदायक है। मानव जीवन के सर्वांगीण विकास के लिए नितान्त आवश्यक है कि प्राकृतिक संसाधन प्रदूषित न हों, शुद्ध वातावरण रहे एवं पौष्टिक आहार मिलता रहे, इसके लिये हमें जैविक खेती की कृषि पद्धतियां को अपनाना होगा जोकि हमारे नैसर्गिक संसाधनों एवं मानवीय पर्यावरण को प्रदूषित किये बगैर समस्त जनमानस को खाद्य सामग्री उपलब्ध करा सकेगी तथा हमें खुशहाल जीवन जीने की राह दिखा सकेगी। एवं लागत से भी बचा जा रहा है व स्वास्थ्य के लिए जैविक खेती परंपरागत खेती, करने के लिए जिले में किसानों के द्वारा भी सहमती जताया जा रहा है। इस वर्ष किशानो नेअधिक जैविक उत्पादन प्राप्त किये तथा अन्य दूसरे किशानो ने भी जैविक खेती अपनाने के लिए प्रेरित हुए।