योगेश सिंह राजपूत, जोहार छत्तीसगढ़।
बेमेतरा। समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगों को दी जाने वाली विभिन्न योजनाओं सहित बैटरी चलित मोटराईज साइकल आवंटन में विभाग के बाबुओं द्वारा हितग्राहियों के साथ भेदभाव और मोटी रकम लेकर योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। एक तरफ सरकार गरीब असहाय जरूरतमंद और दिव्यांगों के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत योजना लेकर आती है ताकि जरूरतमंद लोगों को योजनाओं का फायदा मिल सके और आत्मनिर्भर बन सके लेकिन बेमेतरा का समाज कल्याण विभाग योजनाओं का पतीला लगा रहे हैं।
पूरा मामला बेमेतरा जिले के बेरला ब्लाक के ग्राम पंचायत बोरिया का है जहां 5 से 6 दिव्यांग आज भी बैटरी चलित मोटरसाइकिल के लिए तरस रहे हैं। हालांकि ग्राम में कुछ दिव्यांगों को हाथ चलित ट्राईसाईकिल 5 वर्ष पूर्व मिला था अब उसकी हालत जर्जर हो चुकी है अब उससे कहीं भी आना जाना नहीं हो सकता मजबूरी में काम चला रहे हैं, और पिछले लंबे समय से बैटरी चलित मोटरसाइकिल की मांग के लिए शासन से गुहार लगा रहे हैं। वहीं इस मामले पर बाबू को चढ़ावा देने पर कुछ दिव्यांगों को जरूर उपलब्ध हो गया है, विगत दिनों जिला मुख्यालय में विश्व दिव्यांग दिवस मनाया गया इस अवसर पर कार्यक्रम में जिलेभर से दिव्यांग उपस्थित थे और विभाग के उपसंचालक और डिप्टी कलेक्टर मौजूद थे और मंच में एक बार फिर से दिव्यांगों के लिए बड़ी बड़ी बात कही गई जब विभाग द्वारा दिव्यांगों को दी जाने वाली बैटरी चलित मोटरसाइकिल की गुणवत्ता पर सवाल उठाया तो अधिकारी के चेहरे पर खामोशी छा गई और आनन-फानन में वहां से निकल जाने में ही अपनी भलाई समझा आखरी सवाल उठता है दिव्यांगों के को दी जाने वाली योजनाओं पर कमीशन खाने वाले बाबू पर कारवाही कब होगी?