Home समाचार लाखझार के प्राथमिक शाला अपनी स्थिति पर आंसू बहा रही

लाखझार के प्राथमिक शाला अपनी स्थिति पर आंसू बहा रही

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जोहार छत्तीसगढ़-पत्थलगांव।
पत्थलगांव से लगे बीईओ आफि स एन एच 43 हाईवे से लगा हुआ आश्रित ग्राम पालीडीह के लाखझार के प्राथमिक पाठशाला की रोती हुई तस्वीर है जो साफ बयान कर रही है। कि जशपुर जिले के पत्थलगांव ब्लॉक के सरकारी स्कूल का स्तर क्या हैं और कितने सक्रिय है शिक्षा विभाग के आला अधिकारी कर्मचारी का ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा की मेन रोड से लगा स्कूल के स्थिति इतनी दयनीय है तो जंगल झाड़ वाले ग्रामों के स्कूल की क्या स्थिति परिस्थिति होगी इस तस्वीर को देखते ही बनती है। हैरत की बात है की जिला जशपुर रोड में स्थित इस पाठशाला में आज तक इस टूटे फ ूटे विद्या मंदिर में किसी भी आलाधिकारियों के नजर नहीं पड़ी और अगर पड़ी भी हो तो किसी भी अधिकारी ने पूछने की ना जानने की जहमत नहीं उठाई। वहीं इस पाठशाला के अध्यापीका का कहना है कि इसकी लिखित सूचना संबंधित अधिकारी तथा ग्राम पंचायत प्रतिनिधि को दे दी गई है। परन्तु आज तक ना इस स्कूल की सुधार की गई ना ही नए भवन के निर्माण हुए। एक तरफ करोना काल के प्रभाव से गरीब परिवार के बच्चों का पढ़ाई ठप्प है वही इस टूटे पाठशाला के कारण अगर भविष्य में स्कूल खुल भी जाती है तो पढ़ाई से वंचित रहेंगे बच्चे।

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