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ओडीएफ घोषित होने के बाद भी ऐडूकला पंचायत ग्रामीणों जन जोखिम डालकर जाते हैं खुले में शौच करने … सचिव कहता है सीईओ ने दबाव डालकर करवाया ओडीएफ घोषित

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धरमजयगढ़.जोहार छत्तीसगढ़।

जिले की धरमजयगढ़ विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत ऐडूकला के लोग सरपंच औऱ सचिव की कार्यप्रणाली से परेशान हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि सचिव और सरपंच ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं की जानकारी नहीं देते हंै। औऱ ना ही शासकीय योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को मिल पा रहा है। ये दोनों अपने चहेतों को छोड़कर अन्य लोगों को सिर्फ गुमराह कर रहे हैं। पंचायत में रोजगार नहीं मिलने से कई युवा बड़े शहरों में मजदूरी करने निकल जाते हंै। राशनकार्ड, जन्म प्रमाणपत्र, वृद्धा पेंशन आदि के लिए ग्रामीणों को या तो आवभगत की मांग की जाती है या फिर इन समस्याओं से जूझने लाचारी का सामना करना पड़ता हैं। और इस ग्राम पंचायत के हालात ऐसे है कि गांव में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। वहीं गंदगी और कोरोना संक्रमण के बीच ग्रामीण परेशान देखे जा रहे हैं, जबकि कोरोना काल के दौरान सरकार से मास्क, सेनेटाइजर और साबुन के नाम बढ़ाचड़ाकर फर्जी बिल पेश कर रुपयों की हेराफेरी कर दी गई जबकि पंचायतवासियों की माने तो एक परिवार में एक मास्क यह कहकर दिया गया की बहुत कीमती है। इस तरह का सिलवाकर बनवा लेना। ऐसे में त्रस्त ग्रामीणों ने सरपंच-सचिव की हरकतों को आम जनता के सामने लाने तथा इन दोनों द्वारा किये जा रहे कारनामों को बहुत जल्द जिले के उच्चाधिकारियों को अवगत करा कर कार्यवाही की मांग करंगे। बताना होगा कि उक्त पंचायत धरमजयगढ़ मुख्यालय से काफ ी दूर है और यही कारण है कि सम्बंधित विभाग के अधिकारी इनकी मनमानी के बदले अपनी जेबें भरकर योजनाओं को फाइलों में ही लीपापोती कर रहे हैं। मजेदार बात है कि ऐडूकला पंचायत में कुल जनसंख्या 912 एवं परिवार की संख्या 238 हैं जबकि इस पंचायत में कुल 253 ही शौचालय बनवाया गया है। वो भी आधा अधूरा किसी शौचालय में दरवाजा नहीं तो किसी में सीट ही नहीं लगा है कई शौचालय का तो छत ही गायब है इसके बाद भी सचिव द्वारा फर्जी तरीके से ग्राम पंचायत को ओडीएफ घोषित कर दिया। सचिव खगेश्वर प्रसाद पटेल से जब पूछा गया कि सभी घरों में शौचालय नहीं बना है फिर किस नियम के तहत ग्राम पंचायत को ओडीएफ घोषित किया गया तो सचिव पटेल ने बताया कि धरमजयगढ़ जनपद पंचायत के किसी भी पंचायत में शत प्रतिशत् शौचालय नहीं बना है। मेरे द्वारा तो बहुत अच्छा शौचालय बनाया गया है क्या मैं ग्रामीणों को शौच करने के लिए खुद लेकर जऊंगा। शौचालय में शौच नहीं करते हैं तो मैं क्या करूं? जबकि सरपंच-सचिव द्वारा बनाये गये अधिकत्तर शौचालय उपयोग करने योग्य नहीं है। सचिप खगेश्वर प्रसाद पटेल ने बताया कि शत प्रतिशत शौचालय नहीं बनने के बाद भी सीईओ जनपद पंचायत धरमजयगढ़ द्वारा जबरन लिखत में लिया है कि ग्राम पंचायत ऐडूकला के लोग खुले में शौच नहीं करते हैं। बत सिर्फ शौचालय घोटालों की नहीं है इस पंचायत के निर्माण कार्य की अगर जांच की जाये तो कई अनियमितता सामने आयेगा।

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