जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। ताकि प्रत्येक दिन जांच की संख्या में बढ़ोतरी हो सके और आम लोग भी कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूक रहें। लेकिन धरमजयगढ़ नगर में हालात कुछ ऐसे हैं कि गांव देहात से साग भाझी बेचने आई महिलाएं भी जांच के नाम पर अपनी भाझी समेटकर भाग जाना बेहतर मान रही है। जबकि कोरोना जांच टीम इनके पास जाकर निवेदन करती देखी जा रही है। हालांकि सभी के साथ ऐसा नहीं है कुछ बुद्धिजीवी वर्ग के लोग अपनी स्वेच्छा से जांच शिविर तक पहुंचकर अपनी जांच करा रहे हैं। लेकिन जांच कराने वालों की संख्या नाममात्र में ही इनके रजिस्टर में दर्ज हो रही है। बहरहाल धरमजयगढ़ का साप्ताहिक बाजार जो आजकल डेली मार्किट के नाम से जाना जाता है। वहां आज धरमजयगढ़ स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा कोरोना जांच शिविर का आयोजन किया गया। और सब्जी विक्रेताओं के समक्ष पहुंचकर स्वास्थ्य कर्मचारियों ने इन्हें कोरोना जांच कराने का निवेदन किया लेकिन ग्रामीण क्षेत्र की ज्यादातर महिलाओं ने गांव में जांच करा लेने की बात कही और पाजेटिव अथवा निगेटिव इसकी जानकारी गांव के मितानिन को होने की बात कर जांच करवाने से साफ इंकार कर दिया गया वहीं दूसरी ओर सब्जी विक्रेताओं में कुछ ऐसे लोग भी देखे गय जो कोरोना जांच के नाम पर उल्टे स्वास्थ्य कर्मचारियों से तु-तु मैं-मैं करके कोरोना जांच से घबराते देखे गए ऐसे में कोरोना को लेकर अब भी लोगो के दिलों में जागरूकता के बजाय एक अंधविश्वास देखा जा रहा है। कोरोना से निपटने न तो प्रशासन का सहयोग कर रहे है और न ही अपनी तथा अपने परिवार जनों को सुरक्षित रख रहे हैं।