कोरबा-जोहार छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के नगर पालिक निगम कोरबा में मानव अधिकारों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं जहां सीएसबी चौक से दर्री बैराज तक निर्माण की जा रही फोरलेन सड़क में पहले तो जमकर भ्रष्टाचार हुआ फिर उसके बाद भ्रष्टाचार को उखाड़कर फेंकने में बिहार राज्य से लाए मजदूरों का शोषण किया जा रहा है दरअसल निगम क्षेत्र के सीएसबी चौक से दर्री बैराज तक फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य गुजरात की कंपनी बैकबोन के द्वारा कराया कराया जा रहा था जिसमें गुणवत्ता पूर्ण सड़क नहीं बनने के कारण अब सड़क को टुकड़ों टुकड़ों में काटकर उखाड़ कर दोबारा से कराया जा रहा है जिसमें बिहार राज्य जबकि वहां चुनाव चल रहा है उन्हें वोट से वंचित करते हुए अभी कुछ दिन पहले ही वहां से मजदूर कोरबा लाए गए हैं और उनका शोषण किया जा रहा है जिसमें किशोर श्रमिक भी है एक 16 17 वर्ष का किशोर जिसे मात्र 7000 मासिक वेतन देकर पूरे दिन की मजदूरी कराई जा रही है वह भी भारी भरकम मशीनों के बीच ऐसे ही अन्य बाहर से लाए मजदूर है जिन्हें कम वेतन दिया जा रहा है इस मामले में जब नगर निगम के सीनियर इंजीनियर ग्यास अहमद व अरुण शर्मा से जानकारी लेनी चाही तो ग्यास अहमद ने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से मना किया वही फील्ड इंजीनियर अरुण शर्मा ने तो फोन ही रिसीव नहीं किया अब ऐसे में सड़क की गुणवत्ता कैसे सही हो सकती है। जबकि अधिकारी मॉनिटरिंग ही नहीं कर रहे क्योंकि इंजीनियर मॉनिटरिंग करते तो सड़क को काटकर उखाड़ने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती ऐसे में क्या गारंटी की अभी दोबारा से सड़क काटकर जो बनाया जा रहा वह गुणवत्ता पूर्ण होगी फिलहाल जो सड़क काटकर बुखारी जा रही है वह पूरी सड़क कि अगर गुणवत्ता जांच की जाए तो और भी कमियां सामने आएंगी जिसे लेकर नगर पालिक निगम के अधिकारी गंभीर नहीं है और फिर कंपनी के द्वारा हैंडोवर करने के बाद कुछ ही दिनों में ऐसी सड़के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है फिलहाल मजदूरों के शोषण और किशोर श्रमिकों की जानकारी होने के बाद कोरबा जिला सहायक श्रम आयुक्त ने मामले की जांच करने की बात कही है लेकिन कैमरे के सामने किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने कुछ बोलने से साफ मना कर दिया।