धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
धरमजयगढ़ की सड़कों के स्थिति इतनी खराब है कि सड़क पर चलना भी दुभार हो रहा है। सड़क पर आना जाना करना यानि की अपनी जान को जोखिम में डालना। सड़कों की हालत इतनी खराब होने के बाद भी न तो स्थानीय प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही कोई जनप्रतिनिधि। लोक निर्माण विभाग के सभी सड़कों का यही हाल है लेकिन क्या करें। लोक निर्माण विभाग में एसडीओ पदस्थ होने के बाद भी नेतृत्व विहिन विभाग होकर रह गया है। क्योंकि इस विभाग का मुखिया यानि एसडीओ लोक निर्माण विभाग अपने मुख्यालय में रहते ही नहीं है। जब कोई मुखिया अपने मुख्यालय से बाहर रहेंगे तो मुख्यालय का हाल क्या होगा ये तो सोचने की बात है। एसडीओ के मुख्यालय में नहीं रहने से आज पूरे धरमजयगढ़ के सड़कों का हाल बेहाल होकर रह गये हैं। मुख्य सड़क पर छत्तीसगढ़ सरकार का ढबरी बराबर गड्ढे हो गये हैं। लेकिन इस विभाग के न तो एसडीओ को ये गड्ढे दिखता है और न ही इनके कर्मचारियों को। एसडीओ मुख्यालय में न रहकर ये साहब जी तो 76 किलोमीटर दूर यानि जिला मुख्यालय से ही अपनी पूरी ऑफिस का संचालन कर रहे हैं। धरमजयगढ़ के अधिकत्तर लोगों को ये भी नहीं मालूम लोक निर्माण विभाग के अनुविभागीय अधिकारी कौन है। क्योंकि साहब जी तो माह में एकतबार ही धरमजयगढ़ आते हैं या फिर जब कोई बड़े अधिकारी का दौरा हो तब नहीं तो साहब जी जिला मुख्यालय से ही तीन ब्लॉक को संभालते हैं। अगर अधिकारी अपने मुख्यालय में रहकर कार्य करते तो आज सड़कों का हाल इतना बूरा नहीं होता क्योंकि सड़क खराब होने से पहले ही उसकी सुधार हो जाता लेकिन यहा ऑफिस तो भगवान भरोसे चल रहा है तो सड़कों का हाल क्या होगा ये आप खुद ही समझ सकते हैं।