प्रीतम जायसवाल,जोहार छत्तीसगढ़।
कोरबा। हमेशा सुर्खियों में रहने वाले न्यू कोरबा हॉस्पिटल आज फिर विवादों में घिरता नजर आ रहा है, रामपुर विधायक ननकीराम कंवर के प्रतिनिधि अनिल चौरसिया ने न्यू कोरबा हॉस्पिटल पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया है कि न्यू कोरबा हॉस्पिटल कोबिट हॉस्पिटल की अनुमति प्राप्त करने के बाद हॉस्पिटल द्वारा कोबिट 19 के नियमों को दरकिनार कर वहां भर्ती प्रत्येक कोरोना पॉजिटिव मरीजों से डेढ़ से दो लाख रुपए कोरोना के इलाज के नाम पर वसूले जा रहे हैं जबकि यह कोबिट के गाइडलाइन के विपरीत है हॉस्पिटल द्वारा लूट घसोट का खेल चल रहा है, ईएसआई हॉस्पिटल में जगह नहीं होने के कारण मजबूरन लोग प्राइवेट हॉस्पिटल जो कोविड हॉस्पिटल बनाए गए हैं उनमें पहुंचकर अपना इलाज करा रहे हैं लेकिन न्यू कोरबा हॉस्पिटल के द्वारा उन मरीजों से डेढ़ से दो लाख रुपए कोरोना के इलाज के लिए लिया जा रहा है । विधायक प्रतिनिधि अनिल चौरसिया ने यह भी बताते हुए आरोप लगाया कि जबकि कोरोना के इलाज के लिए कोई ऐसी विशेष दवा नहीं बनी है जिसकी इतनी कीमत हो केवल मरीजों से ऑक्सीजन और आईसीयू के नाम पर इतनी बड़ी रकम ली जा रही है अब ऐसे में अगर कोई गरीब कोरोना संक्रमित व्यक्ति इस हॉस्पिटल में पहुंचता है तो वह कैसे इलाज करा पाएगा , उन्होंने जिला प्रशासन को इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेने और कार्यवाही करने की बात कही है इसके अलावा इस प्रकार नियमों का उल्लंघन करने वाले अन्य हॉस्पिटलों पर कार्यवाही करने की बात कही है ।
कोविड के नियमानुसार नॉर्मल व्यक्ति से 62 सौ और गंभीर व्यक्ति से 7 से 10 हजार रुपए लेने का प्रावधान
जब इस विषय में हमने जिला स्वास्थ्य अधिकारी बीबी बोर्डे से बात की तो उन्होंने बताया कि प्राइवेट कोविड हॉस्पिटलों मे शासन द्वारा जारी कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार प्राइवेट कोविड हॉस्पिटलो में भर्ती मरीजों में नॉर्मल मरीजों से 62 सो रुपए और गंभीर वेंटिलेटर में भर्ती मरीजों से 7 से 10 हजार रुपए लिए जा सकते हैं । हालांकि उनके द्वारा यह स्पष्ट नहीं किया गया कि यह रकम 1 दिन में लेनी है या पूरे इलाज के दौरान और फोन कट गया।