प्रकाश मिश्रा
जोहार छत्तीसगढ़-कुनकुरी।
जशपुर जिले के कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र के पोटकोसेमर ग्राम से बड़ी घटना निकल कर आ रही है जहां गांव की एक लड़की अपने पड़ोस में ज्अ देख कर घर वापस आ रही थी कि रास्ते में उसे कुछ बदमाशों नके मुंह दबाकर उसे उठाकर कुछ दूर जंगल में ले जाया गया फिर उसके साथ क्या हुआ ये लड़की को नहीं मालूम रात में जब लड़की के घर नहीं पहुंचने पर घर वाले बहुत परेशान हुए और अपनी बच्ची को खोजना शुरू किया अंतत: सुबह के समय लड़की कुछ दूरी में बेहोश हालत में मिली उसे तत्काल कुनकुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार हेतु लाया गया और फि र लड़की का प्राथमिक उपचार प्रारम्भ हुआ। मामला गंभीर है कारण की रात 8 बजे लगभग पूर्व अनुसूचित जाति राष्ट्रीय अध्यक्ष नंद कुमार साय जब कुनकुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पीडि़ता और परिवार वालो से मिलने पहुंचे तो उनके पहुंचने से 15 मिनट पहले पीडि़ता को जशपुर जिला स्वास्थ्य केंद्र रेफ र कर दिया गया। पीडि़ता की स्तिथि क्या है ये बया करने की जरूरत नहीं कारण पीडि़ता जशपुर स्वास्थ केंद्र पहुचकर खुद से चलकर अस्पताल में प्रवेश की। पूरे भारत में जशपुर ही एक ऐसा जिला है जहां 24 घंटा बीत जाने के बाद भी स्वास्थ अमला पीडि़ता के साथ क्या हुआ है बताने में सक्षम नहीं है। कुनकुरी बीएमओ डॉ कुजूर से जब पीडि़ता के साथ अनाचार के बारे में पूछा गया तो उनका कैमरे के सामने चुप हो जाना समझदार के लिए इसारा ही काफ ी है। 24 घंटे बीत जाने के बाद बीएमओ डॉ कुजूर को पता चला कि कुनकुरी स्वास्थ केंद्र में स्त्री रोग विसेसज्ञ नहीं है और आनन फ ानन नंद कुमार साय के आने के 15 मिनट पहले जशपुर रिफ र कर दिया गया। बहरहाल मामले की गंभीरता जशपुर जिले की प्रशासनिक कार्य प्रणाली को प्रदर्षित करता है कि एक स्वाथ्य विभाग का अमला 24 घंटे में बता नहीं पाया कि पीडि़ता के साथ अनाचार हुआ है कि नहीं पीडि़ता के मुंह और हाथ को बांध कर दुराचारियो द्वारा स्वाभाविक है उसके साथ अच्छा तो नहीं किया हुआ। होगा क्या कारण है कि पुलिस प्रशासन के साथ साथ पूरा का पूरा स्वास्थ्य अमला रेप की बात पूछते ही मौन हो जाता है। आखिर ओ कौन सी शक्ति है जो मामले में पर्दा डालने का काम कर रही है।
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