प्रकाश मिश्रा, जोहार छत्तीसगढ़।
कुनकुरी। जशपुर जिले के कुनकुरी के मयूर चुन्दी ग्राम के रुकमणी बच्चा चोरी का का मामला अब नया मोड़ ले लिया है जब रुक्मिणी होली क्रॉस अस्पताल से बच्चा चोरी के मामले में जेल में बन्द थी लेकिन उसकी जमानत होने के पश्चात वो होली क्रॉस अस्पताल से लेकर थाना कुनकुरी और जशपुर जेल तक उसके साथ हुई घटना की बात सबके सामने रखी। मामला है 29 मार्च 2020 का जब रुकमणी के पेट में दर्द होने लगा लेकिन घर में किसी के न रहने पर वो पैदल ही कुनकुरी होली क्रॉस अस्पताल के लिए निकल पड़ी चुकी रूकमणी पहले होली क्रॉस अस्पताल में खाना बनाने का काम कर चुकी थी इसलिये विस्वास था कि उसके साथ अस्पताल में कई परिचित लोग मिल जाएंगे उसने अस्पताल की पर्ची कटाकर खुद डिलेवरी वार्ड में चली गई और उसी दिन रात 8 बजकर 30 मिनट के लगभग एक लड़के को जन्म दिया ये बात फोन कर वो अपने घर वालो को भी बताई दूसरे दिन बच्चे को दूध पिलाने के लिए रूकमणी को बच्चा भी दिया गया लेकिन रुकमणी घर से पैसे लेकर नही आई थी जिससे अस्पताल द्वारा पैसे जमा करने के लिए रूकमणी के ऊपर प्रेसर भी बनाया गया इस पर रूकमणी अपने किसी परिचित से 1200 रुपये उधार लेकर अस्पताल में जमा भी की लेकिन अस्पताल का पूरा पैसा नही पटा पाने के कारण अस्पताल स्टाफ के द्वारा दुर्व्यवहार किया जाने लगा इसी बीच रूकमणी 31 मार्च 2020 को अस्पताल में जहाँ सभी नवजात शिशु को रखा जाता है वहाँ से बच्चे को उठाकर अस्पताल के पीछे के रास्ते से घर की ओर निकल पड़ी रास्ते में किसी से मोबाइल मांग कर अपने ससुर को फोन की मैं रास्ते में हूं मुझे लेने आइये ससुर अपनी मोटर साइकिल लेकर रूकमणी को लाने निकल पड़े घर पहुचने पर रूकमणी ने जब बच्चे के शरीर से कपड़ा हटाया तो देखा कि गलती से उसकी गोद में लड़की आ गई। अपनी आप बीती घर वालो को बता ही रही थी कि इतने में कुनकुरी पुलिस उनके घर आ धमकी और पुलिस ने घर में घुसते ही उसके घर में रखे सभी दस्तावेज के साथ रूकमणी को लेकर कुनकुरी थाने चली आई। कुनकुरी थाने पहुंचने के बाद रूकमणी के साथ जो हुआ वो बहुत ही दर्दनाक है उसे चमड़े के बेल्ट से मारा गया, महिला पुलिस कर्मियों के द्वारा उसके स्तन को दबा दबा कर दूध निकालने की कोशिश की गई, उसके ससुर को भी मारपीट करके 10 हजार रुपये भी लिए गए, उसे कोरोना टेस्ट के नाम पर अम्बिकापुर ले जाया गया फिर वहाँ से लाकर जशपुर जेल में डाल दिया गया कुनकुरी पुलिस की मार और प्रताड़ना से सहमी हुई रूकमणी अपना मानसिक संतुलन खो चुकी थी ओर जशपुर जेल में बदहवास पड़े रहती थी। हम आपको बता दें कि ये थानेदार की चंद घंटों में बच्चा चोरी के मामले को सुलझा देने के कारण कुनकुरी विधानसभा के नेताओ की लाइन लग गई माला पहनाने के लिए नेताओ ने रूकमणी की ऒर झांक कर भी नहीं देखा क्योंकि वो हिन्दू बाहुल्य बस्ती से थी। वहां नेताजी का वोट बैंक नहीं था इसलिए इतने बड़े मामले होने के बावजूद कांग्रेस का कोई नेता सुध लेता नजर नहीं आया और न इस मामले पर रूकमणी और उसके परिवार की बात सुनने को कोई तैयार हुआ बस थाने में माला और मिठाई का दौर चलता रहा नेताओ ने जातिगत राजनीती का सहारा लेकर रूकमणी और उनके परिवार वालो को दरकिनार कर दिया उस दिन कुनकुरी थाने में थानेदार की आव भगत ऐसे की गई मानो कोई चुनाव जीत कर आये हो। रूकमणी जेल से छूटने के बाद आप बीती घर वालो को बताई और घर वालो ने जाकर करडेगा थाने में रूकमणी के साथ हुए अन्याय के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और जशपुर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई। बहर हाल पूरे मामले में रूलिंग पार्टी के नेता जी द्वारा जातिगत राजनीति और वोट बैंक की राजनीति देखने को मिला कारण इतने बड़े मामले में कांग्रेस का कोई नेता मयूर चुन्दी ग्राम की सुध लेता नजर नहीं आया कारण की ओ उनके वोट बैंक के दायरे में नही आता है।