लैलूंगा-जोहार छत्तीसगढ़। जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत कुंजारा में रोजगार गारंटी योजना के तहत कार्य करने वाले मजदूरों ने अब आर-पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया क्योंकि गांव के अधिकतर मजदूर जिन्होंने कड़ी मेहनत कर रोजगार गारंटी में काम किया था लेकिन रोजगार सहायक गिरिजा प्रधान और उसके पति घनश्याम प्रधान की मिलीभगत से मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं मिली जिसके बाद गांव के लोगों में रोजगार सहायक को हटाने को लेकर 1 सप्ताह पहले जनपद के अधिकारियों को आवेदन दिया था। लगभग 50 की संख्या में पहुंचे गांव वालों ने रोजगार सहायक की मनमानी और मजदूरों को मजदूरी ना मिलने को लेकर एसडीएम जनपद सीईओ और रोजगार गारंटी के अधिकारी को अपने आवेदन में मजदूरों को मजदूरी ना देने की बात कही जिसके बाद जनपद पंचायत ने कुंजारा गांव में जांच दल भेजा और जांचदल की टीम ने इस संबंध में जांच भी किया। जांच करने गए अधिकारियों के सामने ग्रामीणों का आक्रोश फूटा और रोजगार सहायक के खिलाफ जमकर हल्ला बोला। इस संबंध में जांच अधिकारी भी कुछ बोलने से कतरा रहे हैं जबकि मजदूरों को उनके खून पसीने की कमाई अभी तक नहीं मिली। ग्रामीणों का कहना है कि रोजगार सहायक का पूरा काम उसके पति द्वारा किया जाता है जिसके कारण भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है । रोजगार सहायक को उनके गांव से हटाया जाए। गांव वालों के आक्रोश को देखते हुए जांच दल ने जांच तो पूरी कर दी परंतु जांच के बाद निर्णय लेने में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। ग्राम पंचायत कुंजारा के आम नागरिकों का कहना है कि उनके गांव की रोजगार सहायक को हर हाल में हटाया जाए वे उनके कार्य से संतुष्ट नहीं हैं अब देखना यह होगा कि रोजगार सहायक को हटाया जाता है या प्रशासन उस पर मेहरबानी दिखाती हैं।