जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ से बाकारुमा, पथलगांव सहित झारखंड, बिहार को जोडने वाले मुख्य मार्ग यानी के स्टेट हाईवे में पिछले दिनों तेज हवा के झोंको से एक भारी भरकम पेड़ सिसरिंगा के शाखा ढाबा के पास सड़क पर गिर गया। जिससे यहां से गुजरने वाले हर छोटे बड़े वाहनों का आवागमन बाधित हो रहा है।इसके अलावा हादसों और दुर्घटनाओं के नाम से मशहूर इस स्टेट हाईवे की एक अलग पहचान अपनी दुर्दशा को लेकर भी है।हालांकि इस सड़क पर गिरे हुए इस विशाल पेड़ की कटाई छंटाई की गई है लेकिन सड़क के आधे से ज्यादा हिस्से पर इस पेड़ का कब्जा देखा जा रहा है।और सम्बंधित विभाग पीडब्ल्यूडी जानकर भी किसी भीषण दुर्घटना का इंतजार कर रही है।जिसके बाद ही इस गिरे हुए पेड़ को हटाया जाए।वरना इस तरह खामोश नही बैठती वहीं स्टेट हाईवे की इस सड़क को लेकर पहले से ही रायगढ़-जशपुर जिले के लोगो मे आक्रोश व्याप्त है।अब सड़क पर गिरे हुए इस पेड़ से रोजना छोटी मोटी दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी है।ऐसे में पीडब्ल्यूडी के अधिकारी कर्मचारी का सांप सूंघ जाना वाली बात से साफ स्पष्ट हो रहा है कि कमाई कम और मगजमारी ज्यादा ऐसे कामो पर सम्बंधित विभाग गम्भीर नही रहती।
पीडब्ल्यूडी विभाग की हो रही छीछालेदर
धरमजयगढ़ से सिसरिंगा तक के इस राजकीय मार्ग पर सड़क का नामोनिशान मिट चुका है। और जैसे जैसे धरमजयगढ़ नगर से सिसरिंगा की तरफ बढ़ते जाएंगे वैसे वैसे जंगल, ट्रैफिक और ढोढ़ीनुमा गड्ढ़े वाहन सहित इंसान की कमर तोड़ती नजर आती है।साथ ही इस सड़क पर आवागमन करने वाले लोगों की आर्थिक, शारिरिक और मानसिक तकलीफें सिसरिंगा के बॉर्डर तक कम नही होती और जिस जगह कभी बेरियर लगाकर टैक्स वसूला जाता था आज उसकी कमी इस विशालकाय पेड़ ने पूरी कर दी है।ऐसे में लोगबाग अब बर्दाश्त करने के बजाय उग्र होकर आंदोलन कर विभाग जो चेताने की तैयारियों का मन बना रहे है।