रायगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
किरोड़ीमल एटीएम लूट और हत्या मामले में जिला पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने आज पुलिस कंट्रोल रूम प्रेस कांफ्रेंस कर बड़ा खुलासा किया । पुलिस ने मामले में अंतर्राज्यीय गैंग के दो गैंगस्टर गिरफ्तार किया है. गौरतलब है कि कल सुबह करीब 11/30 बजे केवडाबाडी स्टेट बैंक के मुख्य शाखा से 3,14,00,000/- रू0 (तीन करोड चौदह लाख रूपये) पेटी मे भरकर कर्मचारी नवरतन रात्रे गनमैन विनोद पटेल, चालक अरविन्द पटेल एवं भीषण कुमार रात्रे के साथ CMS वाहन क्रमांक CG 04 JD 0613 में भरकर ATM मे रकम डालते हुए किरोडीमल SBI ATM 13/45 बजे पहुंचे । नवरत्न रात्रे पेटी से 13,00,000/- रू0 निकालकर बैग मे रखकर ATM मे डालने भीषण के साथ ATM अन्दर गया था ATM के हुड को खोल रहा था उसी समय बाहर गोली चलने की आवाज आया । तभी दो नकाबपोश शटर को उठाकर गोली चलाकर बैग मे भरा 13,00,000/- रू0 एवं अन्य SBI ATM से बचा एक्सेस रकम 1,50,000/- रूपये लगभग *जुमला 14,50,000/- रूपये को लूटकर वैन के चालक अरविन्द पटेल की हत्या कर एवं गनमैन विनोद पटेल को हत्या करने के नियत से गोली मारकर मोटर सायकल से भाग गये । घटना के संबंध में थाना कोतरारोड़ में अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अप.क्र. 125/2020 धारा 302,307,397 IPC 25,27 Ams Act. पंजीबद्ध किया गया ।
घटना की सूचना पर मौके पर जिले के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं शहर के सथी थाना/चौकी प्रभारी, सायबर टीम पहुंची । सूचना पर बिलासपुर रेंज आई.जी. दिपांशु काबरा एवं एसपी रायगढ़ संतोष कुमार सिंह द्वारा पूरे जिले को सील कराकर जिले के अंदर 50 नाकेबंदी पाइंट बनाकर रातभर वाहनों एवं आने-जाने वालों की सघन तलाशी अभियान चलाया गया । वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सरहदी जिले व सरहदी राज्य में नाकेबंदी कराकर अंतर्राज्यीय जिलों के पुलिस अधीक्षकों से तालमेल बिठाया गया । सभी 08 टीमों को अलग-अलग कामों में लगाया गया । पुलिस कन्ट्रोल रूम, जिंदल कम्पनी द्वारा लगाये गये CCTV कैमरों सहित शहर की सैकडो CCTV कैमरों के फुटेज चेक किया गया । आरोपियों के शहर से बाहर नहीं निकलने की जानकारी पुख्ता होने तथा केराझर गांव के पास आरोपियों का लास्ट लोकेशन देखा गया था ।
इसी बीच DSB शाखा में पदस्थ एक आरक्षक के मुखबिर द्वारा सूचना दिया कि दो संदिग्ध केराझर में देखे गए हैं । तब केराझर एवं पास के दो गांवों को पुलिस की टीमें टारगेट कर आर्म्स लिये हुये 50 जवान की टीम गांव को कार्डन किये, कुछ जवान CSP अविनाश सिंह ठाकुर के साथ बीपी जैकेट हथियार लैस होकर एक-एक कर घरों की तलाशी ले रहे थे । गांववालों द्वारा पुलिस पार्टी के भरपूर सहयोग किया जा रहा था। तभी पुलिसपार्टी को एक कमरे अंदर दो संदिग्ध मिले, जिसमें एक युवक ने पुलिसपार्टी पर पिस्टल तान दिया,जान जोखिम में डाल पुलिसवालों ने झूमाझटकी कर हथियार पकड़े युवक को पटककर उससे हथियार छीनकर दोनों को हिरासत में लिये । आरोपी (1) सुधीर कुमार सिंह पिता झूलन राय उम्र 23 साल ग्राम खम्हौरी जिला सिवान बिहार हाल मुकाम सूर्या कॉम्प्लेाक्स पतरापाली कोतरारोड (2) पिन्टु वर्मा उर्फ विराट सिंह उर्फ छोटू उम्र 18 साल निवासी बिगबाजार थाना रामगढ़ जिला कैमूर बिहार* से पूछताछ करने पर सुधीर सिंह ने बताया कि उसके पिता एवं भाई रायगढ़ में ही रहते हैं सुधीर जब भी रायगढ़ आता तो कैश वैन को देख कर उसे लूटकर 1 करोड रुपए कमाने का लालच मन में बना लिया और इस योजना को गांव जाकर अपने साथी पिन्टु वर्मा को बताया और लूट की प्लान के साथ 02 पिस्टल, 02 देसी कट्टा, 3 मैगजीन में 26 राउंड, 02 जिंदा कारतूस, 02 बटन चाकू के साथ प्री प्लानिंग कर कैश वैन को लूटने आए थे । पिछले 15 दिनों से पूरे जिले की रैकी किये, 4 दिनों से उक्त कैशवेन को रैकी कर रहे थे । आरोपीगण एचएफ डीलक्स CG13 Y/16135 मोटरसाइकिल का नंबर प्लेट निकालकर उसमें बिना नंबर लिखे नंबर प्लेट लगाए थे । दोनों को पुलिस ने बरामद किया है । घटना के समय आरोपियों द्वारा 06 राउंड चलाया गया था । रात्रि दोनों लूट की रकम 14,50,000 रूपये को आधा-आधा बांट लिए थे जिनके मेमोरेंडम पर लूट की रकम उनके हथियारों के साथ बरामद किया गया है । आरोपी सुधीर पूर्व में अपने अन्य साथियों के साथ रायगढ़-ढिमरापुर मार्ग पर स्थित युनियन बैंक को लूटपाट करने की नाकाम कोशिश करना स्वीकार किया है । जिला पुलिस आरोपियों के पूर्व क्राईम हिस्ट्री खंगाल रही है । बिहार पुलिस से आरोपियों के सिवान और कैमूर में अपराध दर्ज होने की जानकारी मिली है, बिहार पुलिस से जानकारी लेकर मीडिया से साझा किया जावेगा । दोनों आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा जा रहा है । पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज, बिलासपुर द्वारा रायगढ़ एसपी एवं उनकी टीम को बधाई देते हुए पुरस्कृत कराना बताये हैं । टीम में एडिशनल एसपी, सीएसपी, डीएसपी ट्राफिक, नगर कोतवाल कोतरारोड़, कोतवाली, चक्रधरनगर, भूपदेवपुर, खरसिया, जुटमिल टी.आई. एवं उनके स्टाफ तथा सायबर टीम के सदस्य विशेष भूमिका में थे ।