कुड़ेकेला-जोहार छत्तीसगढ़। धर्मजयगढ़ जनपद अंतर्गत कूड़ेकेला ग्राम पंचायत में कोरोना(कोविड 19) को लेकर एहतियात बरतने व इस भयानक वायरस रूपी महामारी को फैलने से रोकने के लिए पंचायत स्तर पर क्वॉरेंटाइन सेंटर का निर्माण शासकीय भवन पर करा कर बाहर से आए लोगों को स्वास्थ्य विभाग की दिशा निर्देश पर 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाना है। किंतु कूड़ेकेला पंचायत में सरपंच सचिव व कोटवार इस सुरसा की तरह मुंह पसारे महामारी रूपी वायरस से अनजान है या ये कहे कि इनकि लापरवाही जो कूड़ेकेला पंचायत के क्वॉरेंटाइन सेंटर हमेशा से विवादों में रही है। जहां उड़ीसा से आई कूड़ेकेला के तुमकूड़ा मोहल्ला निवासी लड़की को बिना भोजन पानी नाश्ता के अपने हाल पर कोरेंटईन छोड़ दिया गया था। जिस पर उच्च अधिकारियों तक प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व वेब पोर्टल मीडिया के जरिए बात पहुंची और उनके द्वारा यहां के इस स्थिति का जायजा लेने के बाद स्थिति में कुछ सुधार देखने को मिला। किंतु वही हाल ही में अन्य प्रांत से आए एक युवक व एक दंपत्ति परिवार को कूड़ेकेला पंचायत के कोरेंटिन सेंटर में 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन कर रखा गया था। जहां उक्त युवक 14 दिन तक क्वॉरेंटाइन सेंटर मे अपना समय व्यतीत करने के उपरांत टेस्ट रिपोर्ट नहीं आने के कारण क्वॉरेंटाइन समय अवधि को बढ़ाया गया था। जहां 14 दिन पूर्ण होने से पहले ही युवक दोपहर के 1:00 बजे क्वॉरेंटाइन सेंटर से नौ दो ग्यारह हो गया, इसकी भनक कोरेंटईन सेंटर में तैनात बताओर सुरक्षाकर्मी के रूप में ड्यूटी बजा रहे जनप्रतिनिधि व शासकीय कर्मचारियों को नहीं हुई।
रात में जब उक्त क्वॉरेंटाइन हुए युवक की रोड एक्सीडेंट होने पर जनप्रतिनिधि ड्यूटी पर तैनात शासकीय कर्मचारी आदि सकते पर आते हुए आनन-फानन में बैठक बुलाकर अपने बचाव को लेकर उक्त युवक के खिलाफ संबंधित थाना छाल में एक लिखित शिकायत ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा युवक के खिलाफ आवेदन देकर अपना पल्ला झाड़ते हुए पुलिस व कोरेंटईन हुए युवक के बीच पेंच फंसा दी। किंतु यहां यह बात लोगों को सोचने के लिए मजबूर कर देता है। जब युवक दोपहर को 1:00 बजे क्वॉरेंटाइन सेंटर से निकलकर आसपास की शासकीय संस्थान के साथ गांव के चौक चौराहों से होते हुए कोरेंटईन सेंटर से 20 किलोमीटर की दूरी पर तैनात ढाबा पहुंच कर जामछलका काने के बाद वापसी के दौरान रोड एक्सीडेंट में घायल होने के बाद ड्यूटी में तैनात लोगों की नींद खुली। वही यह बात का भी खुलासा हुआ कि कोटवार की 24 घंटा ड्यूटी क्वॉरेंटाइन सेंटर मैं होना बताया जा रहा है। और अन्य को कोरेंटईन सेंटर में बताओर कोटवार अपना कर्तव्य का निर्वहन करते नजर आ रहे हैं। वही कूड़ेकेला के कोटवार दिन में घूमते हुए रात को घर में गहरी नींद लेते पाया गया।
अब देखना यह है कि उक्त युवक के साथ साथ ड्यूटी में बरती गई लापरवाह जनप्रतिनिधि व शासकीय कर्मचारियों पर उच्च अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं। या फिर इस पर भी लीपापोती कर उनके मनोबल को बढ़ावा दिया जाएगा।