प्रकाश मिश्रा, जोहार छत्तीसगढ़।
कुनकुरी। दोनों कोरोटाईन सेंटर में रह रहे लोगो से हमने बात की तो उनका कहना है कि हमे 14 दिन का कोरोटाईन कह कर लाया गया लेकिन आज 14 दिन से ज्यादा हो गया लेकिन शासन-प्रशासन द्वारा गोल मोल जबाब दिया जा रहा।
हमने बात की बरांगजोर कोरोटाईन सेंटर की एक कोरोटाईन महिला से तो उनका कहना था कि 21 तारिक रात में उन्हें उनके पति और बच्चे के साथ शासन के आदेश अनुसार कोरोटाईन होना पड़ा उनके पति और बच्चे को कुनकुरी कोरोटाईन सेंटर में और उन्हें बरांगजोर कोरोटाईन सेंटर में रखा गया है बरांगजोर कोरोटाईन सेंटर में 11 महिला का रिपोर्ट नेगेटिव आया है। लेकिन 8 महिला का RTPCR टेस्ट नही हो पाया है शासन हम लोग का टेस्ट भी एक साथ ले लेता तो हम लोग का रिपोर्ट अभी तक आ गया होता। प्रशासन की लेट लतीफी के कारण हम लोग परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
हमने बात की स्थानीय पत्रकार ओम शर्मा से उनका कहना है कि हमारी बहु का RTPCR टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आया है उसके बाद भी उन्हें नही छोड़ा जा रहा है आने वाले समय में अगर किसी संक्रमित व्यक्ति के कारण वो अगर पॉजिटिव हो गए तो उसका जिम्मेदारी कौन लेगा बरांगजोर कोरोटाईन सेंटर की स्थिति को बता रहे थे कि वहाँ कुछ दिन पूर्व जिस रात बरसात हो रही थी उस रात कांग्रेस जिला अध्यक्ष सागर यादव के साथ रात में उन्हें मोमबत्ती पहुचाने बरांगजोर जाना पड़ा वहाँ के खान पान को लेकर भी सवाल उठाया पानी की समस्या को लेकर चिन्ता जताई वहाँ के कोरोटाईन सेंटर में सभी चिजो में अब्यवस्था का आलम है।
हमने बात की सांसद श्रीमती गोमती साय से उनका कहना था कि RTPCR टेस्ट में अगर नेगेटिव आया है तो उन्हें छोड़ देना चाहिए क्योंकि जगह भी खाली होगा लेकिन स्थानीय प्रशासन जो कोरोटाईन सेंटर की देख रेख कर रहे हैं वो ज्यादा अच्छे से मामले को देख रहे होंगे उनकी सहमति ज्यादा जरूरी है।
SDM कुनकुरी से उनका कहना है कि जो लोगो का RTPCR टेस्ट हो चुका है भले ही वो नेगेटिव आया है लेकिन बचे हुए लोगो का जब तक टेस्ट होकर टेस्ट रिपोर्ट नही आ जाता है तब तक किसी को नही छोड़ा जा सकता है कोरोटाईन सेंटर में रहकर नियमो का पालन करें।
बहर हाल कोरोटाईन सेंटर काफी दिनों से विवादों के घेरे में है सभी कोरोटाईन सेंटर आये दिन कुछ न कुछ मामलों को लेकर विवाद होते आ रहा है कोरोटाईन सेंटर में रह रहे लोग स्थानीय प्रशासन से संतुष्ट कम और असंतुष्ट ज्यादा नजर आ रहे हैं।
बरांगजोर कोरोटाईन सेंटर में जिस दिन पोजेटिव केस निकला था शासन के द्वारा सभी कोरोटाईन का टेस्ट होना चाहिए था लेकिन सिर्फ 11 लोगो का टेस्ट किया गया बाकी 8 लोगो का टेस्ट नही किया गया शासन का कहना था कि दूसरे कमरे में रहने वालों का टेस्ट की आवश्कता नही पड़ेगी।