धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़। आज पुरे देश में कोरोना का कहर जारी है। लेकिन मजदूर और किसान पर कोरोना ज्यादा कहर बनकर ढाया है। लेकिन धरमजयगढ़ अपैक्स बैंक ने और भी ज्यादा हद कर दी है। इनके करतूत से तो किसान परेशान हो गया। पहले तो किसानों को अनिवार्य कर दिया गया कि अपेक्स बैंक में खाता खोलना होगा। सभी किसान जिनका खाता अन्य बैंकों में भी है लेकिन टीएसएस से लेन देन करने के लिए अपेक्स में खाता खोलने मजबूर कर दिया गया। जिससे सभी किसानों को यहाँ खाता खोलना पड़ा। लेकिन यह बैंक अब किसानों के लिए सिरदर्द बन गया है। क्योंकि इस बैंक ने नियम जारी कर दिया है कि किस दिन किन गांव वाले लेन देन कर सकते हैं। यदि आपका दिन छुट्टी पड़ जाए तो आपको अगले सप्ताह का इंतजार करना पड़ेगा। चाहे किसान के साथ कुछ भी घटना घट जाए। इस बैंक में किसानों के लिए किसी प्रकार की सुविधा नहीं किया गया है। भीषण गर्मी में भी इस बैंक के खाता धारक चिलचिलाती धूप में बाहर खड़े होकर अपने बारी का इंतजार करते हैं। लेकिन कई खाता धारकों का बारी आता है तो बैंक प्रबंधन बोल देता है कि पैसा खत्म हो गया, अगले सप्ताह आना तब किसान सिर पकड़ कर बैठ जाता है। और अपने किस्मत को कोसने लग जाता है जो अपने पैसों के लिए कड़ी धूप में खड़े होकर भी उसे पैसा नही मिलता। इस भीषण गर्मी में न छाया और न पानी की व्यवस्था। कोरोना से बचाव के नियमों को तो पैरों तले कुचल कर रख दिया है अपेक्स बैंक शाखा धरमजयगढ़ ने जहाँ कुछ भी पालन नही किया जा रहा है। वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी इधर झांकने तक नहीं आते। क्योंकि किसान तो बेचारा अभागा है। जिसके समस्या का समाधान कौन करेगा?