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कुदुरमाल के क्वारेंटाइन सेंटर में रूके 12 प्रवासी मजदूरों की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों से लौटे हैं सभी प्रवासी मजदूर ईलाज के लिए रायपुर और बिलासपुर के विशेष कोविड अस्पतालों में कराया गया भर्ती

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कोरबा-जोहार छत्ततीसगढ़/ कोरबा विकासखंड के शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल कुदुरमाल में बनाये गये क्वारेंटाइन सेंटर में ठहराये गये 12 प्रवासी मजदूरों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो गई है। प्रवासी मजदूरों की रिपोर्ट पाजिटिव आते ही कलेक्टर श्रीमती किरण कोैशल सहित मेडिकल टीम और वरिष्ठ अधिकारी तत्काल कुदुरमाल के क्वारेंटाइन सेंटर पहुंचे। यहां उन्होंने चारों तरफ से सील क्वारेटाइन सेंटर को पूर्ण सेनेटाइजेशन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मजदूरों के ट्रेवल हिस्ट्र और संपर्क में आये लोगों की जानकारी ली। कलेक्टर श्रीमती कौशल की मौजूदगी में ही पूरे सुरक्षा मापदण्डों के साथ सभी संक्रमित मरीजों को चार एंबुलेंसों से ईलाज के लिए बिलासपुर और रायपुर के माना स्थित विशेष कोविड अस्पताल भेज दिया गया। सात संक्रमित मरीजों को रायपुर के माना में स्थित कोविड अस्पताल और पांच को बिलासपुर के कोविड अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। सभी संक्रमित प्रवासी मजदूर आठ दिन पहले महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों से कोरबा लौटे थे, जहां उन्हें कुदुरमाल के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में क्वारेंटाइन किया गया था। सभी मजदूरों की स्वास्थ्य जांच की गई थी और उनमें कोरोना वायरस के कोई प्रारंभिक लक्षण नहीं आये थे। क्वारेंटाइन में ठहराने के बाद ऐहतिहातन सभी लोगों का कोरोना टेस्ट के लिए नाक एवं गले का स्वाब सेम्पल लिया गया था जिसमें आज आये टेस्ट रिपोर्ट में 12 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये। आज कोरोना जांच में पाजिटिव मिले प्रवासी श्रमिक कोरबा जिले के कटबितला, तुमान, गाड़ापाली, पहंदा, रीवांपार, बरीडीह गांवों के साथ-साथ बेलगरी बस्ती बालको एवं दर्री क्षेत्र के मूल निवासी हैं। इनमें से दो लोग कानपुर, दो नागपुर, चार नासिक और एक-एक अलीगढ़, चंद्रपुर, भंडारा तथा दमोह से वापस कोरबा लौटे हैं।
कुदुरमाल के इस क्वारेंटाइन सेंटर में कुल 61 प्रवासी श्रमिकों को कोरबा वापस लौटने पर क्वारेंटाइन किया गया है। इन सभी की नियमित स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ अन्य लोगों से उनके संपर्क नहीं होने के भी पर्याप्त उपाय किये गये हैं। पूरे क्वारेंटाइन सेंटर को चारों तरफ से बेरिकेटिंग कर पहुंच मार्गों को सील कर दिया गया है। प्रवासी श्रमिकों को भोजन देने की भी ऐसी व्यवस्था की गई है कि वालिंटियरों का उनसे कोई संपर्क नहीं है। पानी के लिए नलकूप भी परिसर में ही है और उसे चालू या बंद करने के लिए इलेक्ट्रिक स्वीच भी परिसर में ही स्थापित है। स्वीच को बंद एवं चालू करने की जिम्मेदारी इन प्रवासी श्रमिकों को ही दी गई है। परिसर से लगे पृथक भवन में इन सभी श्रमिकों के लिए भोजन बनाने की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के लिए भी पुलिस कर्मियों का पहरा परिसर में लगाया गया है। भोजन, साफ-सफाई, सुरक्षा आदि व्यवस्थाओं में लगे सभी लोगों की स्वास्थ्य जांच और रेपीड टेस्टिंग कीट से संक्रमण की जांच के निर्देश भी कलेक्टर ने मौके पर दिए हैं।
इसके पूर्व दिल्ली से लौटे 25 वर्षीय युवक की टेस्ट रिपोर्ट भी 19 मई को पाजिटिव आई थी। युवक का ईलाज वर्तमान में बिलासपुर कोविड अस्पताल में जारी है। कोरबा जिले में अब सक्रिय मरीजों की संख्या 13 हो गई है। इसके पूर्व कोरबा के रामसागर पारा के एक युवक तथा कटघोरा के 28 व्यक्ति कोरोना से संक्रमित पाये गये थे जो अब पूरी तरह ठीक होकर अपने-अपने घर लौट चुके हैं। इस प्रकार कोरबा जिले से कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 42 हो गई है जिसमें से 29 मरीज पूरी तरह ठीक होकर वापस लौट चुके हैं और 13 मरीजों का ईलाज जारी है। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने क्वारेंटाइन सेंटर में ठहरे अन्य लोगों की भी नियमित स्वास्थ्य जांच करवाने के निर्देश सीएमएचओ को दिए।

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