धरमजयगढ़ – जोहार छत्तीसगढ़ :– इन दिनों धरमजयगढ़ क्षेत्र में एक बार फिर जंगली हाथी की चपेट में आने से एक ग्रामीण की मौत हो गई। बताया जा रहा है, कि ग्रामीण जंगल गया हुआ था। उसी दौरान हाथी से उसका सामना हो गया। वन विभाग की ओर से तत्कालिक सहायता के रूप में मृतक के परिजनों को 25000/- रूपये कि आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है। और मामले में शव का़ि पंचनामा कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम चैनपुर निवासी जसवंत राठिया 22 वर्ष कल दोपहर तकरीबन 12 बजे अपने दो अन्य साथियों के साथ चैनपुर वन परिसर के कक्ष क्र 433 आर.एफ. में सुरक्षा समिति के श्रमिक जंगल के कार्य से जंगल गया हुआ था। इ़उसी दौरान जंगल में विचरण कर रहे जंगली हाथी से उसका सामना हो गया। और जंगली हाथी ने दौड़ा कर उसे पटक – पटक कर मौत के घाट उतार दिया। तथा उसके साथ जंगल गए दो लोग बाल – बाल बच गए। उक्त घटना की सूचना उनके साथ गए समीर, महेन्द्र सिंह, ललित व बुधराम राठिया के द्वारा मृतक के परिजनों को दिया गया। साथ ही वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तथा कर्मचारियों को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही उप वनमंडलाधिकरी धरमजयगढ़ एवं वन परिक्षेत्राधिकारी धरमजयगढ़ घटना स्थल पहुंचकर मौके का निरीक्षण करने के बाद पंचनामा तैयार कर मृतक के परिजनों को तत्कालिक सहायता के रूप में 25 हजार रुपए की सहायता राशि दी गई। फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।तीन हाथी क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं। विदित हो कि धरमजयगढ़ के इस वन परिक्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में तीन जंगली हाथी विचरण कर रहे हैं। वन विभाग की टीम इसकी सूचना गजराज वाहन के माध्यम से गांव – गांव में मुनादी कराकर लोगों को जंगल की ओर नहीं जाने की समझाइश दी जा रही है। धरमजयगढ़ डीएफओ के मार्गदर्शन में लगातार हाथी प्रभावित क्षेत्रों में विभागीय कर्मचारियों के द्वारा हाथी बचाव की जानकारी लोगों को दी जा रही है। वहीं हाथी मित्र दल भी अपने कर्तर्व्यों के प्रति पूरी इमानदारी से कार्य कर रहे हैं। ताकि किसी भी प्रकार से कोई जनहानि या नुकसान का सामना लोगों को न करना पड़े।
*ग्रामीण पर आज एक हाथी ने हमला कर दिया। इससे उसकी मौत हो गई। मामले की जानकारी लगते ही तत्काल मौके पर पहुंच कर आगे की कार्रवाई वन विभाग के द्वारा की गई है। मृतक के परिजनों को 25000/- रूपये कि तात्काल आर्थिक सहायता राशि दी गई है। ग्रामीणों को हाथी से बचाव के लिए निरंतर जानकारियाँ दी जा रही है।*
*प्रियंका पांडेय – डीएफओ धरमजयगढ़*