कुडकेला। एसईसीएल छाल उपक्षेत्रीय प्रबंधक व ट्रांसपोर्टर के बीच कोयले के ग्रेडेशन को लेकर उपजे विवाद ने इस कदर तूल पकड़ा की एसईसीएल प्रबंधन को छाल पुलिस का सहारा लेना पड़ा बीते बुधवार की शाम 3 बजे से ही एसईसीएल प्रबंधन व उक्त ट्रांसपोर्टर के बीच कोयले की क्वालिटी एवं गुणवत्ता को लेकर बहस छिड़ गई , यह बहस इतनी बढ़ गयी,कि कम होता नजर नही आया तब जाकर थक हार कर एसईसीएल प्रबंधन ने 112 को कॉल कर इसकी सूचना दी इस पर भी बात बनते नही दिखी तब छाल थाना को सूचना प्रबन्धन द्वारा दिया गया सूचना पर पुलिस मौके पर पहुँच कर मुख्य द्वार पर ट्रांसपोर्टर की कोयला लोड खड़े वाहन को वाहन चालक बुलाकर देर रात छाल पुलिस द्वारा हटवाया और ट्रांसपोर्टर को समझाइस देकर डिस्पेच हेतु कोयला का परिवहन शुरू कराया गया। इन सब परिस्थितियों में कोयला खदान प्रबंधन का लचर रवैया सामने आया, एसईसीएल लात खुली खदान में इस तरह की घटनाएं आम बात है यंहा कार्यरत ट्रांसपोर्टर अपनी बात मनवाने को लेकर कोल इंडिया को राजस्व का क्षति पहुचाने में कतई परवाह नही करते घंटो कोल इंडिया के उपक्रम को बाधित करना मानो आम बात सी है, किंतु उपक्षेत्रीय प्रबंधन इन ट्रांस्पोटरो के विरूद्ध आज तक कभी भी कोई सार्थक कार्यवाही करते नही पाया गया है। जबकि इस तरह के वारदात को अंजाम देने वाले वाहन को ब्लैक लिस्ट, कोयले के डी.ओ. को ब्लैक लिस्ट आदि प्रबंधन खुद करने में सक्षम होता है।
घटना को लेकर क्या कहता है,एसईसीएल प्रबंधन
वी वी रेड्डी–एसईसीएल उपक्षेत्रीय प्रबन्धक छाल
हमारे द्वारा छाल थाना को घटना की ट्रांसपोर्टर के खिलाफ लिखित शिकायत दे दिया गया है।साथ ही हमारे द्वारा भी कंपनी नियम के तहत ट्रांसपोर्टर के विरुध्द आगे कार्यवाही की जाएगी।