धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़। लॉकडाउन’ की सारी पाबंदियों के बावजूद बाहरी राज्यों के मजदूर भूखे मरने की स्थिति में सायकिल से अपने राज्य जाने मजबूर है। औधौगिक कम्पनियों ने इन मजदूरों को साफ शब्दों में इशारा कर दिया है कि उनकी कम्पनी इन्हें नही पाल सकती और कहा है कि अपना व्यवस्था स्वयं देखे जिसके बाद रोजाना काफी संख्या में धरमजयगढ़ की सड़कों पर सायकिल से अपने राज्य बिहार, झारखंड के ज्यादातर मजदूर लंबी दूरी का सफर साइकिल पर तय कर अपने गावं की सीमा तक पहुंचने हरसम्भव कोशिश में लगे हैं वही ऐसा नहीं है कि इन मजदूरों के साइकिलों से आने की सूचना स्थानीय प्रशासन को नहीं है। इनकी सूचना प्रशासन को बराबर मिल रही हैं लेकिन इन मजदूरों के घर जाने की जिद और इनके हौसले को देखकर प्रशासन भी नजर अंदाज कर रहा है इसके अलावा इन मजदूरों को रास्ते मे कही कोई मानवतावादी मिल गया तो भोजन नसीब हो जाता है वरना या तो बिस्किट के सहारे सायकिल खींच रहे हैं या फिर भूखे प्यासे अपने राज्य लौटने को मजबूर हैं। ऐसे में इन मजदूरों के ऊपर जो बीत रही है। उसे प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का राहत नही देना जहाँ इन मजदूर औऱ इनके परिवार के लिए कष्टदायी है वही इस बात से प्रशासन की भी छीछालेदर हो रही है।