कविराज, जोहार छत्तीसगढ़।
बैकुण्ठपुर – पटना क्षेत्र के कोयला खदानों में खुलेआम दिन में कोयला चोरी के बाद उसे बड़ी ट्रक द्वारा आस-पास के क्षेत्रों के ईट भट्टों मे खपाया जा रहा है। इस पूरी चोरी में पूरे काम को इतने बेफिक्री से अंजाम दिया जा रहा है जिससे एसईसीएल प्रबंधन और पुलिस की भूमिका भी शक के दायरे में आ गई है। कटकोना कारली सब एरिया ने मामले को गंभीरता से लिए जाने की बात कही है। जानकारी के अनुसार कटकोना के माईंस 05 नम्बर व 01 नम्बर माईंस मे दिन दहाडे चोरी को अंजाम दिया जा रहा है। पटना थाना अंतर्गत आने वाले कटकोना ओपनकास्ट कोयला माइंस से एकत्र कर रखे गए कोयले की चोरी बदस्तूर जारी है। खदान के मुख्य द्वार के समीप एकत्र कोयले के भंडारण से ही कोयले को बाउंड्री के दूसरी ओर फेंक कर या गेट से चोरी को अंजाम दिया जा रहा है। यह चोरी रात के अलावा दिन के उजाले में की जा रही है, जिसमें फेंके हुए कोयले को महिलाएं एवं बच्चे पास में ही इकट्ठा कर पिकप से सुरक्षित ठिकाने की ओर ले जा रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार छोटी वाहनों एवं कोयले से लदी ट्रकों से कोल माफियाओं द्वारा कोयले को उठाकर ग्राम पटना से कुछ दूरी पर ही इकट्ठा किया जा रहा है, जिसे बड़ी ट्रक में लोडकर इसे चारों ओर तिरपाल और रस्सी में इस प्रकार पैक कर परिवहन किया जा रहा है कि प्रथम दृष्टि में इसको देखकर कोई शक नहीं कर सकता। लोड कोयला की ट्रक पटना पहुंचनें से पहले गांवों से होते हुए कटोरा साईडिंग की ओर से भेजा जाता है। इसमें कुछ स्थानीय लोगों की भी वाहनें लगी हुई है।
धर्म काटें से चोरी का खेल-
खदान से कोयला चोरी करनें के अलवा कांटा घरों से भी दिनदहाड़े और बेखौफ कोयला चोरी की स्थिति देखने के बाद निश्चित तौर पर इसमें एसईसीएल प्रबंधन की भूमिका पर सवाल खड़े होते रहे हैं। खदान की बाउंड्री के अंदर संग्रहित कोयले के ढेर के समीप एसईसीएल के गार्ड भी दिखाई देते हैं, जिनके सामने काफी तादाद में महिलाएं कोयले के बड़े-बड़े टुकड़े उठाकर सुरक्षित ठिकानों की ओर ले जाती हैं। इस संबंध में कटकोना क्षेत्रिय प्रबंधक से भी संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया।