अनिल साव, जोहार छत्तीसगढ़।
कुड़ेकेला। एस ई सी एल के छाल उपक्षेत्र में एक मजदूर नेता द्वारा विभागीय क्वार्टर को तोड़ दिया गया इतने बड़े गुनाह के बाद भी उपक्षेत्रीय प्रबंधक व्ही व्ही रेड्डी के सरंक्षण में इस मजदूर नेता के बचाव में ताना बाना बुना जा रहा है,यहाँ भ्रस्टाचार का यह आलम है,कि एक ओर एस ई सी एल के कर्मचारियों को क्वार्टर अलॉट कराने में नेताओं की सिफारिश और भेंट चढ़ाना पड़ता है,तो दूसरी ओर उपक्षेत्रीय प्रबंधक ने एक ही मजदूर नेता को चार चार क्वार्टर अलॉट कर दिए है,जिसमे से एक क्वार्टर जिसके नाम पर अलॉट दिखा कर इस मजदूर नेता को दिया गया है,वह ब्यक्ति बिलासपुर से रोज अप डाउन करता है,उस ब्यक्ति को क्वार्टर अलॉट कैसे किया गया,वही दूसरा यूनियन कार्यालय ,तीसरा क्वार्टर इस कालोनी में एक अनाधिकृत चलने वाले सहकारी समिति के नाम पर तो चौथा खुद इस मजदूर नेता को अलॉट है,मतलब एक ही मजदूर नेता को चार क्वार्टर सब एरिया मैनेजर ने किस नियम के तहत अलॉट कर रखा है,उससे भी बड़ी बात यह कि सब एरिया मैनेजर की जानकारी में इन चार क्वार्टर में से एस ई सी एल के एक क्वार्टर को पूरी तरह तोड़ कर नया सर्व सुविधाओं युक्त मकान बनाया जा रहा है,जबकि एस ई सी एल के नियमो में विभागीय क्वार्टर के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ करने पर उस कर्मचारी के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाती है,तो इस मजदूर नेता ने तो पूरा क्वार्टर ही तोड़ दिया है,वह भी सब एरिया मैनेजर की जानकारी में फिर भी इस सब एरिया मैनेजर ने इसको अभय दान क्यो दे रखा है,यह स्पष्ट करता है,की एस ई सी एल छाल उपक्षेत्र में कोल् इंडिया के नियम कानून की कोई अहमियत नही है,स्थानीय अधिकारियों का जिसको सरंक्षण होगा वह कुछ भी कर ले उसे कोई बोलने वाला नही।
व्ही व्ही रेड्डी उपक्षेत्रीय प्रबंधक एस ई सी एल छाल उपक्षेत्र से सीधी बात
सवाल :- नवापारा secl आवासीय परिसर में यूनियन नेता द्वारा चार मकान अधिग्रहण किया गया है इसपर क्या कहना है?
जवाब :- इसकी जानकारी आपलोगो के द्वारा मुझे हुआ है, सेक्रेटरी को भेजकर जानकारी लेता हूँ।
सवाल :- अगर निर्माण कार्य करते पाया गया तो प्रबंधन क्या कार्यवाही करेगा?
जवाब :- यह हमारा पर्सनल मेटर है इससे आपलोगो को क्या।
सवाल :- प्रेस, मीडिया आपसे यही जानना चाहता है कि अगर गलत होता हैं प्रबंधन क्या कार्यवाही करता है इससे लोगो को अवगत कराना हमारा फर्ज है?
जवाब :- आप अपना काम करो हमे पता है कि हमको इस संबंध में क्या करना है और नही करना है।कार्यवाही करते हुए हम ढिंढोरा नही पीटते।