कोरिया। चिरमिरी- SECL समय-समय पर निजी कंपनियों को अनुबंधित कर अपने अधूरे कार्यो को पूरा करती है। उचित संसाधन व मजदूरों की कमी के कारण निजी कंपनियों से मदद लेती है, इसी कड़ी में कोरबा के एक निजी कंपनी ‘आनंद कार्गो प्राइवेट लिमिटेड’ इन दिनों एसईसीएल द्वारा अनुबंधित कर कार्य कर रही है। चिरमिरी छोटी बाजार में यह कंपनी संचालित है, जहां तीन शिफ्ट में कार्य होता है।
इस कंपनी में लगभग डेढ़ सौ कर्मचारी कार्यरत हैं। कंपनी के उपसंचालक गुरदीप सिंह हैं, एसईसीएल को यह कंपनी कोल क्रशिंग व कोल ट्रांसपोर्टिंग में सहायता करती है। कंपनी द्वारा पिछले दिनों लॉक डाउन के दौरान कोरबा से कर्मचारियों को लाने का एक मामला सामने आया है, कंपनी को कुछ ऑपरेटरों की आवश्यकता थी इसलिए कोरबा से ऑपरेटर लाए गए।
गुरदीप सिंह पत्र दिखाते हुए यह दावा कर रहे हैं कि कोरबा से कर्मचारियों को लाने की परमिशन मुझे कार्य के उप क्षेत्रीय प्रबंधक अनीस अहमद द्वारा दी गई है। यहां यह बात बताना जरूरी है कि दूसरे जिले में किसी को लाने ले जाने का परमिशन केवल कलेक्टर द्वारा दी जा सकती है। इस संबंध में SECL कॉलरी के अधिकारियों ने अपना पक्ष रखने से इंकार कर दिया शासन-प्रशासन को चाहिए कि पिछले कुछ हफ्तों में कंपनी में जितने भी कर्मचारी बाहर से लाए गए हैं उनका मेडिकल किया गया है या नहीं किया गया है इस सारे मामले की जांच की जानी चाहिए ।
जैसा की ज्ञात है राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण को देखते हुए तीन जोन बाटें गए हैं- RED ORANGE GREEN , और कोरबा जिला रेड जोन के अंदर आता है। तो उप छेत्रिय प्रबंधक अनीस अहमद द्वारा मजदूरों को बुलाने की अनुमति कैसे दी गयी ? अब सवाल यह उठता है कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से निपटने के लिए देश के प्रधानमंत्री के आह्वान पर पूरा देश लॉक डाउन है धारा 144 लागू है इतना ही नहीं बल्कि कोरबा कोरिया सीमा भी बंद कर दिया गया है क्योंकि कोरबा जिले के कटघोरा में दिन प्रतिदिन संक्रमण बढ़ता जा रहा है।
ऐसी स्थिति में इस कंपनी ने किसके आदेश से कोरबा के लोगों को यहां तक लाया गया? और इतना ही नहीं बल्कि यह सारे लोग कंपनी के बाकी कर्मचारियों के साथ काम भी कर रहे हैं। जब इस बारे में हमने कंपनी के उपसंचालक से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने बात करने से इनकार करते हुए कहा कि एसईसीएल चिरमिरी के अधिकारी द्वारा आदेश का पालन करते हुए इन कर्मचारियों को लाया गया,क्या एसईसीएल अधिकारी इस बात से अनजान है कि कोरबा जिले का कटघोरा क्षेत्र हॉटस्पॉट बना हुआ है लॉक डाउन का पालन ना सिर्फ जनता बल्कि सरकारी ऑफिसर भी कर रहे हैं।