धरमजयगढ़-जोहर छत्तीसगढ़। कोरोना वायरस की लड़ाई में भारत बहुत हद तक सफल है।40 दिन के लॉक डाउन का इसमें विशेष योगदान है।लॉक डाउन से कोरोना के कड़ी को तोड़ा गया है।जानकारों की माने तो भारत मे यह दूसरे पायदान पर ही रुक गया है।कोरोना संक्रमण का तीसरा या सामाजिक स्तर बहुत ही खतरनाक होता है।इस स्तर से निपटना बड़ी मुश्किल होता है।छत्तीसगढ़ की स्थिति अच्छी है।यहाँ कोरोना से अभी तक किसी की मौत नही हुई है।जबकि 20 से ज्यादा मरीज ठीक हो गए हैं।इस संकट की घड़ी में स्वास्थ्य विभाग की टीम देवदूत बनकर काम कर रही है।धरमजयगढ़ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी अपने स्तर पर बहुत मेहनत कर रही है।क्षेत्र में सात सौ से भी ज्यादा लोंगों को होम आइसोलेट किया गया है।वहीं कुछ लोंगों को कवारेंटाइन किया गया।जिनका निगरानी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी कर रहे हैं।कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए कोई किसी बात करना या मिलना नही चाहता।लेकिन स्वास्थकर्मचारी रात दिन मेहनत करके होम आइसोलेशन में रखे लोंगों के साथ साथ बाहर से आ रहे लोंगों की जाँच कर रहे हैं।होम आइसोलेशन में रहे ज्यादातर लोगों ने अपनी तय सीमा पार कर ली है।अच्छी खबर यह है कि अभी तक किसी में भी कोरोना के लक्षण नजर नहीं आया है।
जानकारी देने टालते रहे बीएमओ
आज के इस दौर में स्वास्थ्य,पुलिस,सफाई या अन्य शासकीय विभाग के अलावा कोई कार्य कर रहा है तो वह है मीडिया जगत जो घटनाक्रम से लोंगों को अवगत करा रहा है।आज प्रधामनंत्री या मुख्यमंत्री का संदेश हो या अन्य खबर मीडिया के माध्यम से तुरन्त हम सब को पता चल जाता है।जोहर छत्तीसगढ़ आप सभी को कोरोना के सम्बंध में स्वास्थ्य विभाग धरमजयगढ़ की तैयारी की पूरी जानकारी बताना चाहता था। लेकिन जब जब हमने खण्ड चिकित्सा अधिकारी धरमजयगढ़ डॉ बी एल भगत से जानकारी के सम्बंध में जानना चाहा तो डॉ भगत ने हमें बार बार समय देकर जानकारी बताने टालते रहे।डॉ भगत द्वारा जानकारी न बताना तैयारी में कुछ कमी है या और कुछ समझ से परे है।