धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़। केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार अभी हर विषय पर गंभीर नजर आ रही है। कई पंचायतो इस कोरोना वायरस को लेकर अनेक जनहित निर्णय लिया है।लेकिन जनपद पंचायत धरमजयगढ़ के एक पँचायत ऐसा है जहाँ के जनप्रतिनिधि या शासकीय कर्मचारीयों का रवैया बड़ी उदासीन है।हम बात कर रहे हैं ग्राम पंचायत रैरुमा की जहाँ कई महीनों से ग्रामीणों को राशन वितरण नहीँ किया गया है।कोरोना वायरस के चलते पुरे देश में लॉक डाउन जारी है।ग्राम में रहने वाले मजदूर वर्ग के लोग जो प्रतिदिन काम करके जीवन यापन करते हैं।इस समय सभी प्रकार के काम काज लगभग बन्द पड़े हैं।जिससे उनको भोजन के लाले पड़ गए हैं।प्रदेश सरकार ने स्थिति को देखते हुए अप्रैल में दो महीने का राशन एक साथ निशुल्क वितरण का निर्णय लिया है लेकिन रैरुमा वासियों का क्या जिनको पिछले महीनों का ही राशन नहीँ मिला है।जो वहाँ की वास्तविक स्थिति को बयाँ करता है।इस तरह के घोर लापवाही जिसका प्रतिकूल असर ग्रामीणों पर हो रहा है।नवनियुक्त सरपंच से सम्पर्क करने पर बताया कि राशन वितरण पूर्व के सरपंच द्वारा किया जाता था।और वह पिछले महीने का राशन वितरण नहीँ किया है।पूर्व सरपंच द्वारा आय व्यय नहीँ दिया गया जिस कारण मै भी राशन वितरण नहीँ कर पा रहा हूँ।लेकिन स्थिति को देखते हुए मैं राशन वितरण कराने का प्रयास करूंगा।