रत्तू तेलम, जोहार छत्तीसगढ़
बीजापुर। जिले में पीएमजीएसवाई सड़क में विभाग के इंजीनियर के अलावा ठेकेदार द्वारा पेटी ठेकेदारों को काम देकर भ्रष्टाचार की सब हद पार कर रहे हैं,कुछ ही दिन पहले बीजापुर जिले के गंगालूर से हिरोली में बनी सड़क कि भ्रष्टाचार 44 करोड की बातें उजागर हुई वही बात करें गंगालूर के बाद दूसरी मामला मद्देड-वंगापल्ली के बीच बनने वाली सड़क भ्रष्टाचार की भेट इन दिनों चढ़ रहा है कार्य योजना में इतनी लापरवाही पहले चरण में निर्माण मापदंडों को दरकिनार कर जितनी रकम आई थी पुरा आहरण किया गया दूसरी स्टेज में सीमेंट कांक्रीट सड़क का निर्माण कराया जा रहा है जिसकी थिकनेस भी आधी हैं। हालांकि विभागीय अफसर तकनीकी बता कर सेलफील्ड के तहत कांक्रीट सड़क की मोटाई कम करने की बात कही जा रही है वहीं जब प्रथम चरण के निर्माण में गुणवत्ता के सवाल पर काम उनके कार्यकाल का ना होना बताकर पल्ला झाड़ रहे वर्तमान अधिकारी पूरा मामला अर्थ वर्क से जुड़ा हुआ है। आप एक बात से अंदाजा लगा सकते कि इस कार्य में कितना भ्रष्टाचार हुआ है मुरूमीकरण और रोलिंग के काम में साइट इंजीनियर एसडीओ द्वारा ठेकेदार से कमीशन की एवज में और मुरूमीकरण की औसत को घटा दिया गया वहीं बिछाए गए मुरूम पर रोलर मशीन बिल्कुल नहीं चलाया गया कागजों में लिपाई पुताई कर कार्य पूर्ण बता दिया गया। पंचायत में पहला मामला नहीं है और भी जगह पीएमजीएसवाई रोड निर्माण कार्य में कई कमियां सामने आ रही है पर इस वक्त कार्य में संलिप्त लोगों पर किसी भी तरह कार्रवाई ना होना इस तरह की लापरवाही के कामों को बढ़ावा देने का इन दिनों बीजापुर जिले में जोरों से चल रहा है जिस स्थान पर यह कार्य हो रहा है वहां के दृश्य देखने पर अचंभित हो जाएंगे समझ नहीं आती इस तरह से भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जाता है इसके अलावा भी कुछ ही दिन में हमारे पेपर के माध्यम से पीएमजीएसवाई सड़क की ऐसे खुलासे करने जा रहे हैं जिसे देख आपकी आंखें धोखा खा जाएगी। स्थानीय लोगों से इस संबंध में हमने जानकारी लेने की कोशिश की उनका साफ कहना है कि इन्हें कुछ नहीं पता जो बन रहा है उन्हें लगता है कि यही प्रक्रिया सही है उन्होंने एक एक बात बताइए रोलर नहीं चला सभी क्षेत्रवासियों का कहना और आशंका जताई जा रही की बारिश के दिनों में टिकने वाली नहीं है सड़क ।अवकाश के चलते कार्यालय से अधिक जानकारी जुटाने समय लग रहा है।कुछ दिनों में और खुलासे होगें हमारी अखबार के माध्यम से बने रहे।