बैकुंठपुर । कोरिया जिले में एक बार फिर से जंगली हाथियों के दल ने आमद दे दी है। इस दल ने ग्राम तुर्रीपानी के आंगनबाड़ी केंद्र व प्राथमिक शाला में तोड़फोड़ की और वहां रखा चावल चट कर गए। हाथियों के दल ने भवन को भी नुकसान पहुंचाया। अभी जंगली हाथियों का दल गिधेर के जंगल मे डेरा डाले हुए है।मिली जानकारी के अनुसार होली के ठीक पहले गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में 7 हाथियों का दल ग्राम तुर्रीपानी पहुंचा। तुर्रीपानी में तुर्रे के पास लगे सोलर पंप को हाथियों ने उखाड़ने की कोशिश की। उसके बाद वो आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे, जहां उन्होंने केंद्र की पक्की बाउंड्री तोड़ डाली। वहाँ रखे झूले को तहस नहस कर डाला और केंद्र के दरवाजे को उखाड़ फेंका। उसके बाद आंगनबाड़ी के चारो ओर की खिड़की तोड़ कर वहाँ रखा चावल खा गए। आंगनबाड़ी से लगा तुर्रीपानी प्राथमिक स्कूल का किचन शेड है, उसकी दोनो खिड़की तोड़ कर अंदर रखा चावल चट कर गए। हाथियों के आने खबर मिलते ही वहाँ बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए थे। हाथियों के दल सरकारी चावल खाने में इतने मशगुल थे कि ग्रामीणों के शोर को उन्होंने काफी देर तक अनसुना कर दिया, जिसके बाद ढोलक की आवाज करने के बाद वो घबराए और फिर जंगल की ओर चले गए।ग्राम तुर्रीपानी मे आये हाथियों के दल ने सिर्फ सरकारी भवन और खाद्यान को ही अपना आहार बनाया, जबकि हाथी ग्रामीणों के बसाहट की ओर नही बढ़े, जबकि पूर्व में उन्होंने कुछ ग्रामीणों के घरों का नुकसान किया था। जंगली हाथियों की आमद से ग्रामीणों में एक बार फिर दहशत फैल गयी है और ग्रामीण आतंकित है। फ़िलहाल जंगली हाथियों का दल गिधेर के जंगलों में डेरा जमाए हुए है। वन विभाग के अमले ने हाथियों से दूर रहने और छेड़छाड़ नही करने की सलाह ग्रामीणों को दी है।