बैकुंठपुर कोरिया जिला मुख्यालय के छत्तीसगढ़ के प्रथम वित्त मंत्री स्वर्गीय डॉ रामचंद्र सिंह देव जिन्हें कोरिया की जनता प्यार से कोरिया कुमार भी कहते हैं कुमार साहब को कोरिया जिले का जन्मदाता भी कहा जाता है जिन्होंने जिले को बनाने सजाने और संवारने को बखूबी कार्य किया कुमार साहब यानी इमानदारी का प्रत्यावर्ती अभी भारतीय मध्य प्रदेश में 14 विभाग के 17 मंत्री दिग्विजय सिंह सरकार में जल संस्थान से मंत्री व छत्तीसगढ़ बनने के बाद वित्त मंत्री व आबकारी मिनिस्टर मतलब काजल की कोठरी में रहकर भी बेदाग यही ईमानदारी उनकी ऐसी सहेली थी जो लोगों को उनका कायल बनाती थी सीएम कोई भी रहा हो दिग्विजय सिंह अजीत जोगी यार अमर सिंह सबके कुमार साहब को आदर सम्मान दिया गया जिस पर कुमार साहब रहे उस पद की गरिमा अपने आप ही बढ़ गई आज कुमार साहब के नहीं रहने का गम सभी को सता रहा है लेकिन उनके आदर्शों को शहर अपना रहा है बीते विधानसभा चुनाव में उनकी भतीजी श्रीमती अंबिका सिह देव क्षेत्र की जनता ने आशीर्वाद देकर स्वर्गीय डॉ रामचंद्र सिह देव सच्ची श्रद्धांजलि दी है आज उनकी समाधि स्थल पर विशेष कार्यक्रम भी रखा गया है एक वाक्य है कि छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी कोरिया उत्सव के दौरान जब वह कोरिया महल गए वहां चाय में चीनी डालते वक्त चीनी के कुछ दाने प्रेमी गिर गए तो उस समय के छत्तीसगढ़ वित्त मंत्री रहे सिह देव ने चीनी के दाने उठाकर प्याली में वापस डाल दिया था तब जोगी को लगा कि छत्तीसगढ़ का खजाना सही हाथों में है जनता फिक्र हुआ उनकी मलाई में पैसों का दुरुपयोग रोकते हुए उन्होंने अपनी सरकार की कुर्बानी तक दे दी और लोगों को परवाह भी नहीं की आबकारी मिनिस्टर होने के बाद भी किसी शराब माफिया की हिम्मत नहीं थी कि वह कुमार से बात कर सके कोरिया के लोग यूं ही नहीं कहते राजा नहीं फकीरे कोरिया की तकदीर है महलों में रहने मंत्री पद योजना आयोग के उपाध्यक्ष सहित कई पद की गरिमा बढ़ाने के बावजूद भी कुमार लाल बत्ती या फोटो काल को दरकिनार ही किया जल संसाधन मामलों के ऐसे विशेष कि हिंदुस्तान के कई राज्यों की पानी की समस्या को सुलझाया आर्थिक मामलों के इतने जानकर ही अनेक राज्य के मुख्यमंत्री कुमार से सलाह लेकर उसे अमलीजामा पहनाते हैं कुमार सर लगाकर कोरिया के लिए चिंतन करते रहते हैं पद में रहे या ना रहे उन्होंने क्षेत्र की जनता के लिए अपना जीवन तक पूरा और पूरा ही समर्पित कर दिया यहां तक कि उन्होंने विवाह कर अपना परिवार तक नहीं बसाया इतना त्याग कोई महापुरुष ही कर सकता है इनके लिए कहा जा सकता है हजारों साल नरसिंह अपनी बेनूरी पर रोती है बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदावर पैदा कमाल के फोटोग्राफर भी छे कुमार साहब रायपुर के बंगले में उनकी खींची अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री नरगिस दत्त का मधुबाला की तस्वीर आज भी शोभा बढ़ा रही है इसकी जानकारी मिलने पर नरगिस की पुत्री व फिल्म अभिनेता संजय दत्त की बहन व पूर्व सांसद प्रिया दत्त कुमार से मिलने रायपुर उनके बंगले भी आई थी कुमार की अंगुलियां कैमरे पर मानो नाचती थी उनकी खींची हर तस्वीर संजीव सी लगती थी स्वर्गीय रामचंद्र श्री देव की राजनीतिक जीवन ऐसा ही युवावस्था में ही 19 67 में चुनाव लड़े कीर्तिमान मतों से जीते बैकुंठपुर विधानसभा सीट से 6 बार विधायक रहे 1992 में कांग्रेस से टिकट ना मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़कर जीते 19 98 के चुनाव में पूरे मध्य प्रदेश के सर्वाधिक मतों से जीतने के मामले में वह दिग्विजय सिंह के बाद दूसरे स्थान पर रहे उस वक्त मार साहब ने लगभग 34000 के मतों से चुनाव जीता था 2003 का चुनाव जीतने के बाद 2008 का चुनाव उन्होंने यह कहकर लड़ने से मना कर दिया था कि चुनाव में शराब साड़ी पैसा और कंबल बांटने लगे जो मैं नहीं कर सकता राजनीतिक में इतना पवित्र और ईमानदार शख्स मिलना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है समूचे कोरियर वासियों के लिए जहां एक और वरिष्ठ वहां दूसरी और अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं की एक अभिभावक के रूप में भी नजर आते थे जब भी वह किसी कार्यकर्ता हो डांट दे या झिडकते थे तो लोग उनकी बातों का बुरा नहीं मानते थे कोरिअर कुमार हिंदुस्तान की राजनीति और शतक हस्ताक्षर थे उन्होंने नमन है वंदन है कुमार के बारे में कुछ भी सूरज की दीपक दिखाने जैसा है परिवार क्यों छोड़ दी पूजा कुमार सादर वंदन एक सूरज था की तारों से घराने से उठा आंख हैरान है क्या शख्स जमाने से उठा