Home समाचार दीवार को तोड़ कर चोरों ने खोला बंद खदान का मुहाड़ा

दीवार को तोड़ कर चोरों ने खोला बंद खदान का मुहाड़ा

63
0

कविराज, चिरिमिरी। कोरिया काॅलरी की खदाने वर्षों पूर्व कोयला समाप्ती के पष्चात् प्रबंधन के द्वारा खदाने बंद कर दी जाती है। बन्द खदान के मुहाड़ा को प्रबंधन के द्वारा मजबूत दीवार बना कर बंद भी किया जाता है।एस ई सी एल के द्वारा मुहाड़े पर एक गेट भी लगा दिया गया था परंतु चोरों के द्वारा उक्त खदानों के मुहाड़ा पर बने दीवार को तोड़कर तथा उनके अंदर लगे लोहे के दरवाजे को भी चोरों के द्वारा इस उद्देष्य से चोरी किया गया की उसके अंदर लोहे की पटरियां और अन्य लोहे का सामान तथा कोयला चोरी की नियत से निकाला गया परंतु मुहाड़ा खुलजाने के कारण अंदर की फायर धीरे धीरे उपर की ओर आने के कारण धुआं निकलने लगा उक्त जानकारी प्रबंधन को प्राप्त होते ही तुरन्त प्रबंधन के द्वारा तत्काल अपने संसाधनों से खदान के मुहाड़ों को पुनः बंद किया गया तथा सभी से आग्रह भी किया गया की इस तरह के कृत्यों से स्वयं ही मुसीबत में पड़ेंगे और लोहा चोर सहित कोयला चोर को भी बंद पड़ी खदान के अंदर जाने से किसी भी समय गैस के प्रभाव में आकर अपनी जान भी गवानी पड़ेगी।इसलिय बंद खदानों को किसी के द्वारा न खोला जाए खोलने से खदान के अंदर हवा जाती हैं। जिससे सुस्त पड़ी गैसें अपने आप हवा के प्रेषर से कई गुना बढ़कर स्वयं प्रहार करने लगती हैं। ज्ञात हो कि, कोरिया काॅलरी की खदाने बंद होने के कारण और चिरमिरी क्षेत्र की सबसे ज्यादा ठंडी पड़ने के कारण देखने में आया की वहां के रहवासी भी सिगड़ी तापने हेतु और खाना बनाने के लिए सीएचपी के सैकड़ों एकड़ जमीन को इंच इंच खोदकर के कोयला निकालने का कार्य वहां की महिलाओं और बच्चों के द्वारा प्रतिदिन किया जा रहा हैं। जो कि किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती हैं। प्रबंधन के द्वारा बार बार समझाईश देने के पष्चात भी कोयला खोदने वाली महिलाओं और बच्चों के द्वारा उक्त कृत्य को नहीं छोड़ा जा रहा हैं। जो कि गंभीर स्थिती को निर्मित करता हैं।फिर बाद में एस ई सी एल को दोषी कहने वाले बहुत लोग नजर आने लगे जबकि खदान बंद होने पर एस ई सी एल पुख्ता इंतजाम कर देता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here